Answer for ओम के क्या नियम होते है ?
ओम नामक वैज्ञानिक ने चालक तार (विद्युत सर्किट) पर दिये गये वोल्टेज तथा उस चालक में से होकर बहने वाले करन्ट के बीच संबंध स्थापित करने के लिये एक नियम प्रतिपादित किया है। इस नियम को ही ओम का नियम कहा जाता है। इस नियम के अनुसार यदि किसी चालक तार की भौतिक अवस्थायें जैसे-तापक्रम, रजिस्टेंस स्थिर हो तो चालक के सिरों पर दिये गये वोल्टेज का मान उस चालक से होकर बहने वाले करन्ट समानुपाती होता है। अब यदि हम वोल्टेज को V से तथा करेंट को । से प्रदर्शित रितो।
Val या V= Rx।
जहाँ R एक नियतांक है जिसे उस चालक तार का रजिस्टेंस कहा जाता है, इस रजिस्टेंस की ईकाई ओम है जिसे 2 से प्रदर्शित किया जाता है।
अतः उपरोक्त समीकरण के अनुसार1 किसी विद्युत सर्किट में रजिस्टेंस R के मान को स्थिर रखकर, जैसे-जैसे वोल्टेज V का मान बढ़ाते हैं वैसे-वैसे उस सर्किट में बहने वाली विद्युत धारा (करन्ट) । का मान भी बढ़ता जाता है। 2 किसी सर्किट में दिये जाने वाले वोल्टेज V को स्थिर रखकर जैसे-जैसे रजिस्टेंस R को बढ़ाते जाते हैं वैसे-वैसे उस सर्किट में से होकर बहने वाली विद्युत धारा । का मान कम होते जाता है। ओम के नियम से
V=1xR…………. …………….सूत्र-1 अतः । = V/R…………… …………सूत्र-2
या। R = V/1…………………………………..सूत्र-3 इन सूत्रों में V, R एवं। में से किसी भी दो राशि का मान मालूम होने पर तीसरी राशि की गणना की जा सकती है। इन सूत्रों में – V = वोल्टेज (ईकाई – वोल्ट) । = करन्ट (ईकाई – एम्पीयर) R = रजिस्टेंस (ईकाई – ओह्म)