Answer for कम्प्यूटिंग के अंतर्गत ग्रुप शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता है
कम्प्यूटिंग के अंतर्गत ग्रुप शब्द का प्रयोग यूजर ग्रुप के लिये किया जाता है। सैद्धान्तिक रूप से यूजर या तो किसी भी ग्रुप से सम्बन्ध नहीं रखते हैं या किसी एक ग्रुप से सम्बन्धित होते हैं या फिर बहुत से ग्रुपों से सम्बन्धित होते हैं।
– कम्प्यूटिंग में किसी भी तरह के ग्रुप का उद्देश्य कम्प्यूटर सिस्टम के एक्सेस कंट्रोल को सिम्प्लीफाइ करना होता है। उदाहरण के लिये कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में एक ऐसा नेटवर्क है जिसे स्टूडेंट और एकेडमी के अन्य लोग प्रयोग करते हैं। ऐसे में डिपार्टमेंट डायरेक्ट्रियों की लिस्ट को तैयार करेगा और यह निर्धारित करेगा कि किन्हें स्टूडेंट प्रयोग करेंगे और किन्हें अन्य लोग। यदि ग्रुपों का प्रयोग न किया जाये तो एडमिनिस्ट्रेटर को प्रत्येक स्टूडेंट को अलग-अलग परमीशन देनी होगी। जिससे काम बहुत ही जटिल हो जायेगा। ऐसे में स्टूडेंट और स्टॉफ के मेम्बरों के अलग-अलग ग्रुपों को बनाकर काम को सरल बनाया जाता है।
ग्रुप का प्रयोग करने से टास्क बहुत ही आसान हो जाती है। कम्प्यूटर में बनाये गये एकाउंटों को इन ग्रुपों से जोड़ देते हैं जिससे यूजर ग्रुपों में दी गयी सुविधाओं को एक्सेस कर लेते हैं। ग्रुपों का निर्माण कम्पनी की पॉलिसीज़ के अनुसार होता ‘ है। कम्प्यूटिंग में ग्रुपों का प्राइमरी प्रयोग निम्न है
– एक्सेस कंट्रोल
– रिसोर्सेज और डिस्क स्पेस स्पेस को शेयर करना
– यूजर के अनुसार कॉन्फीगुरेशन पॉलिसीज़ का प्रयोग
• कन्टेंट स्लेक्शन
– अनेक सिस्टम आपको ग्रुप एडमिनिस्ट्रेशन डेलीगेशन सुविधा भी प्रदान करते हैं। ये ग्रुप एडमिनिस्ट्रेशन इतने सक्षम होते हैं कि ये किसी भी ग्रुप में यूजर को जोड़ सकते हैं या उसकी जरूरत समाप्त होने पर उसे हटा सकते हैं। इस कार्य के लिये सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर की परमीशन की जरूरत नहीं होती है।
– कुछ सिस्टम ज्वायनेबल ग्रुपों की सुविधा प्रदान करते हैं। इन ग्रुपों को एक्सेस कंट्रोल की सुविधा नहीं होती है लेकिन इनका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट के संदर्भ में होता है।
LDAP (लाइटवेट डायरेक्टरी एक्सेस प्रोटोकॉल) सिस्टम आपको डायनामिक ग्रुपों की सुविधा प्रदान करते हैं। परम्परागत रूप से ग्रुप स्टेटिक होते हैं और यदि किसी यूजर को किसी ग्रुप में निर्धारित कर दिया है तो वह उसी में रहेगा। लेकिन जब इसे डायनामिक ग्रुप का दर्जा मिल जाता है तो इसका सर्च क्राइटेरिया परिवर्तित हो जाता है। जिन यूजरों का सर्च क्राइटेरिया आपस में मैच करता है वे सभी डायनामिक ग्रुप के मेम्बर हो जाते हैं।