Answer for गोलाकार जोड़ किसे कहते है

ये वे जोड़ हैं जो गोलाई में टोपी के समान हमारे शरीर में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं – जैसे कंधा, घुटना, हंच बोन तथा गर्दन। इन जोड़ों के स्थानों पर वस्त्र में यदि ढीलापन (Loosing) नहीं देंगे तो शरीर के उस भाग में हिलाने की क्षमता ही नहीं होगी। खून का प्रवाह भी रुक जाएगा।
और उस भाग में दर्द होने लगेगा। जैसे चूड़ीदार पायजामी को घुटने पर सख्त (Tight) करने से वहाँ की Movement रुक जाएगी और चलने में भी कष्ट होगा। इसी प्रकार Upper Body Garment में कंधों पर यानि तीरा कम लेकर वस्त्र बनाने से कंधों की movement पर असर आएगा। साइड से गर्दन व तीरा घुमाने में तकलीफ होगी और कंधों में दर्द होने लगेगा। अतः गोलाकार जोड़ों की हड्डियों की ठीक से Movements होने के लिए, गर्दन को आराम देने के लिए तीरा ठीक से नापना आवश्यक है। लोअर बॉडी गारमेंट्स में भी जो टाइट फिटिंग के कपड़े होते हैं जैसे Trousers, Jeans, Pants आदि उनमें भी अधिक देर तक पहनने के उपरांत कमर में तथा हंच बोन में दर्द होने लगता है। आजकल तो Low waist jeans चल रही है उन को पहनने पर तो बहुत ही दिक्कत होती

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