Answer for डीएनएस स्ट्रक्चर क्या होता है

डोमेन नेम स्पेस में नामों (names) का एक ट्री होता है। इस ट्री के प्रत्येक नोड या पत्ती में जीरो या अधिक रिसोर्स रिकार्ड होते हैं जो डोमेन नाम के साथ संबद्ध जानकारी रखते हैं।
 
Tree रूट जोन में शुरुआत से ही अनेक जोन्स में बटा होता है। एक डीएनएस जोन में इससे जुड़े नोड का एक संग्रह होता है जो आधिकारिक तौर पर एक आधिकारिक नेम सर्वर के द्वारा भेजा जाता है। यहां पर इस बात ध्यान रखें कि एक नेम सर्वर कई जोन को होस्ट कर सकता है।
 
किसी भी जोन की प्रशासनिक जिम्मेदारी बांटी जा सकती है जिससे अतिरिक्त जोन बनते हैं। आमतौर पर एक उप-डोमेन के रूप में पुराने स्पेस के एक हिस्से के लिये अधिकार दूसरे नेम सर्वर और प्रशासनिक इकाई को सौंपे जा सकते हैं। इसमें पुराना जोन नये जोन के लिये अधिकृत नहीं रहता है।
 
→ एक डोमेन नेम आमतौर पर दो या दो से अधिक भागों से बना होता है। इन भागों को डॉट से अलग किया जाता है। जैसे कि example.com।
 
सबसे दायीं ओर का भाग शीर्ष स्तर के डोमेन का पता बताता है। उदाहरण के लिये http://www.example.com में शीर्ष स्तर का डोमेन com है।
 
– बायें ओर का प्रत्येक लेबल एक सब डिवीजन या इसके बाद के डोमेन का उप डोमेन दर्शाता है। उप डोमेन आभासी निर्भरता व्यक्त करता है न कि पूर्ण निर्भरता । उदाहरण के लिये example.com वास्तव में com डोमेन का उप डोमेन है और http://www.example.com डोमेन example.com का एक उप-डोमेन है।
 
– सैद्धान्तिक रूप से यह सब डिवीजन 127 स्तरों तक जा सकता है। प्रत्येक लेबल में 63 ऑक्टेट्स हो सकते हैं। पूरा डोमेन 253 ऑक्टेट्स की कुल लंबाई से अधिक नहीं हो सकता है। व्यवहारिक रूप में कुछ डोमेन रजिस्ट्रियों की सीमा और कम भी हो सकती है।
 
– एक होस्ट नाम एक डोमेन नाम को दर्शाता है जिसके साथ एक या एक से अधिक आईपी पते जुड़े होते हैं।

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