Answer for तार की कोर क्या होती है ?

किसी भी केबल में उसके इन्सुलेशन से बाहर निकली तारों की संख्या को ही तार का कोर कहा जाता है। यदि किसी केबल में केवल एक ही तार है तो उसे सिंगलकोर केबल कहते हैं। यदि केबल के इन्सुलेशन में तारों की संख्या दो, हो तो उसे डबल या ट्वीन कोर केबल तथा यदि तार की संख्या तीन हो तो उसे ट्रिपल कोर केबल कहते हैं। केबल में उपयोग किये गये तार की मोटाई को तार का गेज कहा जाता है।
यदि किसी केबल में 18 गेज की 3 तारों का उपयोग किया गया है तो उसे 3/18 की केबल कहा जाता है। इस प्रकार 3/18 में पहली संख्या, केबल में तारों की संख्या को तथा दूसरी संख्या केबल में उपयोग किये गये तार के गेज को प्रदर्शित करती है।
घरेलू वायरिंग में उपयोग किये जाने वाले केबलों में ठोस तथा मोटी तार का प्रयोग न कर केबल में पतले-पतले तार की संख्या को बढ़ा दिया जाता है। ऐसा करने के दो फायदे हैं पहला तो यह कि इससे केबल में लचक बढ़ जाती है और दूसरा इससे केबल की करन्ट केपेसीटी भी बढ़ जाती है। केबल बनाते समय उसके अन्दर तार की संख्या विषम रखी जाती है ताकि उसे इस प्रकार जमाया जा सके कि इन्सुलेशन चढ़ाने के बाद केबल की साईज गोल बन सके।

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