Answer for वस्त्रों की मरम्मत कैसे की जाती है

कई बार अपने प्रिय कपड़े जब अचानक ही फट जाते हैं और उनको छोड़ने का मन भी नहीं करता तो ऐसे समय में वस्त्र की मरम्मत करने का विचार आता है। यह कार्य वस्त्र के फटने के स्वरूप को ध्यान में रखकर ही किया जा सकता है। इसी कार्य को अर्थात् कपड़ों की मरम्मत करने को Mending कहते हैं। Mending तीन प्रकार से की जाती हैं –
1. मैंड स्टिच (Mend Stitch) द्वारा
2. रफू द्वारा (Darning)
3. पेबन्द द्वारा (Patching).
1. मैंड स्टिच (Mending)- ऊनी अथवा सूती कपड़ों पर फटे हुए वस्त्र का ही टुकड़ा उल्टी ओर लगाकर सीधी ओर महीन धागे से तुरपाई करते हैं और उल्टी ओर मच्छी टांका करते हैं। इसे दर्जी भाषा में ‘ओरमा’ भी कहते हैं।
2. रफू द्वारा (Darning) – घिसे अथवा कटे फटे कपड़े के ताने बाने को ध्यान में रखते हुए जब सुई धागे से ही मरम्मत करते हैं, तो रफू करना कहते हैं। इस कार्य के लिए ट्रिमिंग अर्थात् छोटी कैंची, मुड़ी हुई सुई अर्थात् CreweI Needle तथा प्रैस की जरूरत होती है।
3. पेबन्द द्वारा (Patching)- फटे हुए अथवा जले हुए कपड़े पर उसी का टुकड़ा ताने बाने के अनुसार रख कर जब ठीक करते हैं तो पेबन्द लगाना कहते हैं।

Back to top button