Answer for विद्युत धारा कितने प्रकार की होती है

विद्युत धारा या जिसे करन्ट भी कहा जाता है, दो प्रकार के होते हैं –
1 आल्टरनेटिंग करन्ट या AC
2 डायरेक्ट करन्ट या DC
1. आल्टरनेटिंग करन्ट या Ac
ऐसी विद्युत धारा जिसका मान एवं दिशा समय के साथ लगातार बदलते रहता है, उसे आल्टरनेटिंग करन्ट या AC कहा जाता है। यह करन्ट एक दिशा में शून्य से अधिकतम मान तक बढ़ता है और फिर उसी दिशा में आल्टरनेटिंग कन्ट का मान एवं दिशा शून्य तक घट जाता है और फिर दोबारा विपरित दिशा में सिम्बॉल शुन्य से अधिकतम मान तक बढ़ता है और फिर उसी दिशा में शून्य तक घट जाता है। और आगे यही क्रिया चलते रहती है, जिसके कारण इसकी आकृति तरंग की आकृति जैसी हो जाती है।
विद्युत मण्डलों द्वारा घरों में दी जाने वाली सप्लाई AC ही होती है। इस AC सप्लाई की फ्रिक्वेन्सी 50 सायकल प्रति सेकण्ड होती है अर्थात् एक सेकण्ड में AC की 50 तरंगें हमारे घरों में पहुंचती है। AC सप्लाई का एक सिरा फेस व दूसरा सिरा न्यूट्रल कहलाता है।
2. डायरेक्ट करन्ट या DC
ऐसी विद्युत धारा जिसकी दिशा व मान समय के साथ नहीं बदलता अर्थात् हमेशा एक समान रहता है, उसे डायरेक्ट करन्ट या DC कहा जाता है। इसका एक सिरा पॉजीटिव (+Ve) और दूसरा सिरा निगेटीव (-ve) होता है। इस तरह के करन्ट का निर्माण सेल, बैटरी, DC जनरेटर आदि के द्वारा किया जाता है। उपरोक्त दोनों प्रकार की धाराओं के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग उपयोग है, किन्तु उपयोगिता की दृष्टि से आल्टरनेटिंग करन्ट या AC अच्छी मानी जाती है। इसका कारण यह है कि अधिकांश विद्युत उपकरण AC पर चलने के लिये ही बनाये जाते हैं।
AC के बहुत अधिक उपयोग के कई कारण है – पहला तो यह कि DC की अपेक्षा AC बनाना ज्यादा सरल तथा सस्ता पड़ता है, इसलिये यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है। दूसरा प्रमुख कारण यह हैकि एक ट्रांसफॉर्मर के प्रयोग से हम उपलब्ध AC को आवश्यकतानुसार कम या ज्यादा कर सकते हैं। तीसरा प्रमुख कारण यह है कि सुरक्षा की दृष्टि से AC विद्युत, DC विद्युत की अपेक्षा कम खतरनाक होती है।

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