Answer for शिक्षा और उद्योग किसे कहते है
उपर्लिखित 16 नाम तो बहुत अधिक हैं ही। इनके अतिरिक्त और भी बहुत डिज़ाइनर हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में काम करके यश प्राप्त कर रहे हैं। छात्रों को यह भी उत्सुकता होनी चाहिए कि अखिर फैशन डिज़ाइनर बनने के लिए कॉलेज की कौन सी और कहां तक की डिग्री होनी चाहिए ताकि इस उच्च शिखर तक पहुँच सके। कॉलेज की डिग्री प्राप्त होने से अर्थात स्नातक (Graduation) की डिग्री प्राप्त करके इस क्षेत्र में जाया जा सकता है तथा बिना डिग्री के भी इसकी Entry हो सकती है। केवल औपचारिक शिक्षा (Formal Education) की जरूरत होती है। फैशन डिज़ाइनिंग तथा फैशन टैक्नॉलॉजी से सम्बन्धित डिग्री, डिप्लोमा या कम्पीटीशन को पास करना ही जरूरी होता है। यदि डिग्री ही लेना चाहें तो फैशन क्षेत्र में, फैशन डिज़ाइन की या इससे सम्बन्धित कोर्स जैसे Color, Textile, Cutting & Sewing, Pattern Making, Fashion History, Computer Designing, एनीमेशन तथा CAD सीखना जरूरी होता है। इसमें कुछ ट्रेनिंग करने के साथ ही साथ मस्तिष्क में सृजनात्मकता (Creativity) का होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही साथ सहायक वस्तुएं (accessories) अर्थात् Purse style, Foot Wear, Jewellery तथा अन्य ट्रेड सम्बन्धित वस्तुओं का ज्ञान बहुत अधिक आवश्यक है। इन extra qualification की सर्टिफिकेट कोर्स तो कर ही लेना चाहिए ताकि आजकल जो मैचिंग का जमाना है उसके हिसाब से सब कुछ आना बहुत आवश्यक है। कहने का तात्पर्य यह है कि प्रशिक्षार्थी (Candidate) में रचनात्मक क्षमता और कलात्मक योग्यता भी होनी चाहिए। Physical Illustration द्वारा एक डिज़ाइन को बदल कर दूसरा बनाना अथवा उसी से और नए-नए डिज़ाइनों को बनाने की क्षमता भी होनी जरूरी है। इस किसी भी उद्योग में Team work में काम करने की क्षमता जरूरी है। इसके लिए Communication Skill की योग्यता भी होनी आवश्यक है। Fashion Field में CAD का महत्व बहुत अधिक है, अत: डिज़ाइनर को यह कम्प्यूटर प्रयोग करना आना भी जरूरी है। साथ ही Fabric Colour & Texture की जानकारी होनी भी जरूरी है। किसी भी Candidate को अनुभव प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रसिद्ध डिज़ाइनर के साथ काम करना चाहिए। प्रायः नए काम करने वाले को Pattern Maker या Sketching Assistant का काम दिया जाता है। इसमें निपुण होने पर ही सुपरवाइजर का काम मिल सकता है या इसी की Senior Post मिल सकती है। इसी Post ont Chief Designer y Department Head 27 Post कहा जाता है। यह सब एक पेशेवर प्रसिद्ध डिज़ाइनर के साथ कार्य करने पर ही अनुभव से प्राप्त होता है। इस प्रकार से पूर्ण अनुभवी कोई भी कार्यकर्त्ता या तो अपने डिजाइनर के साथ ही काम करके प्रसिद्धि प्राप्त कर सकता है या अपना स्वयं का काम शुरू कर के प्रसिद्धि अर्जित कर सकता है। इस क्षेत्र में Full time job भी है और Part time job भी हैं। 2003-2004 में अमेरिका में एक साथ 22000 फैशन डिजाइनर्स को नौकरी पर लगाया गया था। इसमें कुछ Candidate को Whole Salers के साथ, कुछ को Retailors के साथ लगाया गया था। कुछ Candidates डिज़ाइन फर्मों में कुछ डांस कम्पनियों में भी लगाए गए थे। बहुत से डिज़ाइनर्स ने अपना-अपना बूटीक खोला था। इस प्रकार हम यह देखते हैं कि यह क्षेत्र बहुत विस्तृत है। केवल डिज़ाइन बनाकर ही काम नहीं हो सकता है। अनेकों दूसरे प्रकार के काम यहां इस क्षेत्र में मिल सकते हैं। जैसा जेब में पैसा हो वैसा ही काम किया जा सकता है। किन्तु कोई भी काम हो फैशन शो की तारीखें पास में आते ही तब सभी Employees को मिल कर रात-रात भर जागकर काम पूरा करना पड़ता है। चाहे वह Full time worker हो या Part time worker। विशेष तौर पर बड़े-बड़े शहरों में यह काम अधिक चलते हैं। छोटे-छोटे शहरों में अपने बुटीक बनाकर या दुकान खोलकर टेलरिंग का कार्य भी किया जा सकता है। बड़ी कम्पनियों में काम करने वालों को घूमना भी बहुत होता है। क्योंकि डिज़ाइनर जॉब में हमेशा फैशन को उभारकर, नया बनाकर विशेष दिखाना आवश्यक होता है तभी नाम होता है। घूमने से Employee को हर प्रान्त की, राज्य की पूरी जानकारी मिलती रहती है। सभी स्थानों पर कैसा Trend है यह भी पता लगता है। इस प्रकार Education & Industry की और भी घनिष्ट जानकारी प्राप्त करके काम करने से व्यक्ति सफल हो सकता है।