Answer for Growth क्या होता है

अभी तक शरीर को जो 3 भागों में विभाजित किया था, उसी के भागों का लम्बाई में बढ़ना ही शरीर की वृद्धि कहलाती है। जो नीचे स्पष्ट रूप से दी जा रही है – ऊपर के चार्ट में दर्शाए गए भाग की वृद्धि को ध्यान पूर्व देखने से ज्ञात होता है कि अलग-अलग आयु में अलग-अलग वृद्धि हर भाग की होती है। 25 वर्ष के युवक व युवती के भागों में भी अन्तर होता है। वैसे तो जिनकी वृद्धि इस तालिका के हिसाब से होती है, वही सामान्य शरीर कहे जाते हैं, किन्तु यह वृद्धि होने में सहायक कुछ निम्न बातें हैं। जिनके आधार पर यह वृद्धि इसी अनुपात से होती है, अब उन पर नज़र डाली जाए, अन्यथा इसके विपरीत होने पर यह वृद्धि सम्भव न होगी —

1. स्वास्थ्य – रोग रहित शरीर स्वाभाविक रूप से बढ़ता है, क्योंकि रोग न होने से रक्त संचार ठीक रहने से सारे विकार दूर रहते हैं।

2. व्यवसाय – व्यवसाय पर बढ़ोत्तरी निर्भर करती है। अधिक परिश्रम का घूमने फिरने का व्यवसाय अधिकतर स्वास्थ्य को ठीक रखता है। तथा एक ही स्थान पर बैठ कर कार्य करने का जो व्यवसाय है उससे प्रायः स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।

3. भोजन – प्रत्येक व्यक्ति को व्यवसाय के अनुसार ही भोजन करना चाहिए, ताकि शरीर में अधिकता या कमी न आने पाए। जैसे मेहनत मज़दूरी करने वालों को खुराक अधिक और मानसिक कार्य करने वालों को हल्का खाना ताकि ठीक समय पर पच सकें।

4. व्यवहार – हँसमुख स्वभाव वाले का अच्छा व्यवहार होता है, और चिड़चिड़े स्वभाव वाले का कटु व्यवहार होता है, और उसी से आधारित उसका स्वास्थ्य भी बनता है।

5. जलवायु – पहाड़ी स्थानों की जलवायु प्रायः अच्छी होती है, और वहाँ के लोगों की शारीरिक वृद्धि, रंग आदि भी अच्छे प्रतिशत में होती हैं। जबकि मैदानों के लोगों की शारीरिक वृद्धि कम प्रतिशत में अच्छी होती है। जलवायु का स्वास्थ्य निर्माण पर एक बहुत बड़ा योगदान है।

6.शारीरिक व्यायाम – व्यायाम आदि करने वालों के स्वास्थ्य अन्य गृहस्थ लोगों से अधिक बेहतर होते हैं। उनकी माँसपेशियाँ ठीक बढ़ती हैं, और रक्त संचार भी ठीक रहता है। उनको व्यायाम के अनुसार खाना पीना मिलता रहने से मांसपेशियों की बनावट बहुत अच्छी होती है। और बाकी वृद्धि भी सुव्यस्थित होने से शरीर स्वस्थ व सुडौल दिखाई देता है।इन सब बातों की जानकारी के उपरान्त यह भी ध्यान में रहे कि जो नाप हम काट रहे हैं वह अनुपातिक है या नहीं। यदि नहीं है तो उसका शारीरिक निरीक्षण ठीक प्रकार किया गया है या नहीं उसके नाप हमारी दी गई नाप तालिका से मेल खाते हैं या नहीं। सभी बातें जाँच कर ही कटाई व सिलाई करें। अन्यथा दोषपूर्ण वस्त्र तैयार होगा। अतः वस्त्र की फिटिंग देने में सहायक शारीरिक वृद्धि के नियमों का ध्यान रखना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य भी है।

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