Answer for Statistical Quality Control (SQC) क्या होता है

गुणवत्ता जाँचने वाले प्रोफेशनल अधिकारी वर्ग के द्वारा प्रयोग किये जाने वाले सांख्यिकी टूल सेट को वर्णन करने के लिये यह एक टर्म है। सांख्यिकीय गुणवता नियंत्रण से तात्पर्य है, उत्पादों की गुणवता बनाए रखने के लिये और निगरानी के लिये सांख्यिकी पद्धतियों का प्रयोग करना। SQC द्वारा यह ध्यान रखा जाता है कि उन बताए गए नियमों के द्वारा उत्पादन की किस्म पर कितना असर पड़ रहा है। काम की बेहतरी तथा सेवा में कितना लाभ हआ है या नहीं। क्योंकि soc अपने नियमों की धारा के अनुसार Services की उत्तमता के मानदण्ड का पैमाना ठीक से जाँचते हैं तथा विभिन्न तरीकों से समस्याओं को सुलझाने का, उनका विश्लेषण करने का काम करते हैं। जैसे पुरुषों के वस्त्रों की दाईं पट्टी में ही बटन लगना चाहिए। यह एक नियम है किन्तु अगर ये बटन बाईं पट्टी में लगा दिए जाते हैं तो महिलाओं का वस्त्र बन जाता है और अगर मार्केट में ये बेचना हो तो यह कहना होगा कि आजकल फैशन में दोनों ही प्रयोग करते हैं, अतः ऐसा वस्त्र भी बिकेगा मगर जब तक उसका उचित जवाब नहीं मिलता है ग्राहक उसे खरीदते नहीं है। SQC के सभी टूल्स उत्पाद की गुणवता का आकलन करने में सहायक होते हैं। गुणवता की समस्याओं का विश्लेषण विभिन्न टूल्स द्वारा किया जाता है:

1. वर्णात्मक सांख्यिकी (Descriptive Statistics): यह गुणवत्ता विशेषताओं और संबंधों के संदर्भ में है। उपलब्ध डेटा का विश्लेषण जिससे डेटा को अर्थपूर्ण विधि से संक्षेप में प्रस्तुत करने में सहायता मिलती है। उदाहरणार्थ, नाप और सेम्पलों के समूह की सूचनाओं को संक्षप में सारबद्ध करना।

2. सांख्यिकीय प्रक्रिया नियंत्रण (Statistical Process Control (SPC)): यह गुणवत्ता नियंत्रण के विधि है। जिसमें सांख्यिक विधियों का प्रयोग होता है। SPC को किसी प्रक्रिया की निगरानी और नियंत्रण के लिये प्रयुक्त किया जाता है। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रक्रिया अपने पूरे सामर्थ्य से हो रही है।

3. सैम्पलिंग स्वीकृति (Accceptance Sampling): यह गुणवत्ता नियंत्रण का प्रमुख तत्व है और अत्यंत उपयोगी है, विशेषकर जब उत्पाद के परीक्षण की लागत, दोषयुक्त उत्पाद को अस्वीकृत (reject) करने की अपेक्षा अधिक हो अथवा उत्पाद का परीक्षण करना ही अहितकारी हो। यह शत् प्रतिशत परीक्षण करने और परीक्षण बिल्कुल नहीं करने के मध्य समझौता करने की स्थिति है। अतः संक्षेप में हम यह बता सकते हैं कि उचित निरीक्षण ही अच्छे काम का फल होता है।

Back to top button