पावर लिफ्ट Power lift किसे कहते है और ये कितने प्रकार की होती है ?
पावर लिफ्ट Power lift किसे कहते है और ये कितने प्रकार की होती है ?प्रशिक्षण भार कितने प्रकार के होते हैं वेटलिफ्टिंग क्या है भार प्रशिक्षण की धारणा किसने दी भार प्रशिक्षण कितनी उम्र में शुरू करना चाहिए वेटलिफ्टिंग के नियम वेट लिफ्टिंग रिकॉर्ड पावर लिफ्टिंग रिकॉर्ड वेटलिफ्टिंग के फायदे
ट्रैक्टर पर कृषि यन्त्र; जैसे- टिलर, हैरो, सीड ड्रिल आदि लगाकर कृषि कार्य किये जाते हैं। इन यन्त्रों को जुताई करते समय मोड़ों पर उठाया, गिराया जाता है या ट्रैक्टर के खड़े रहने के समय उठाना, गिराना पड़ सकता है। इसके लिए ट्रैक्टर में एक व्यवस्था की गई है, जिसे पावर लिफ्ट के नाम से जाना जाता है।
मैकेनिकल लिफ्ट Mechanical Lift
इस सिस्टम में लिफ्ट को पावर PTO शाफ्ट (power take of shaft) से सीधे वार्म गियर द्वारा, एक रेचिट टाइप क्लच लगे गियर को लीवर द्वारा चलाकर दी जाती है। पावर मिलने पर यन्त्र उठ जाता है, आवश्यकता न होने पर दाहिने पैर पर लगे पावर ऑफ (ट्रिप लीवर) को दबाने से रेचिट स्लिप करने लगता है, यन्त्र नीचे गिरकर कार्य करने लगता है। यह एक बहुत पुराना सिस्टम है, जिसमें एक टिलर फैरो दोनों पहियों के बीच में दिया जाता है। यह सिस्टम मैकेनिकल मरम्मत अधिक होने के कारण समाप्त हो गया है। इस सिस्टम का प्रयोग कुछ विशेष प्रकार के ट्रैक्टरों में हाइड्रॉलिक सिस्टम द्वारा लिया जाता है।
हाइड्रॉलिक लिफ्ट Hydraulic Lift
तेल से चलने वाली हाइड्रॉलिक प्रणाली में हाइड्रॉलिक पम्प प्रयोग होते हैं। यह पम्प वेन टाइप, रेडियल टाइप, गियर विद इन गियर, एक्सेल पिस्टन टाइप, प्लंजर टाइप प्रयोग किए जाते हैं। सभी प्रकार के पम्प अलग-अलग ट्रैक्टरों में ट्रैक्टर की क्षमता के अनुसार प्रयोग किये जाते हैं। इन पम्पों का स्थान भी परिवर्तित होता है; जैसे- आयशर ट्रैक्टर में पम्प इंजन के पास दिया होता है व गियर टाइप होता है, जोकि वी बैल्ट व गियर से भी चलाया जाता है।