Answer for इंजन Engine किसे कहते है ?

‘इंजन’ मूलत: एक यान्त्रिक युक्ति सम्बन्धी वह पद है, जो बल को गति में परिवर्तित कर देने में सक्षम होता है। इसको यदि परिभाषित करने का प्रयास करें, तो कह सकते हैं कि इंजन वह मशीन है, जो ऊष्मा ऊर्जा (heat energy) को यान्त्रिक कार्य में परिवर्तित करने की क्षमता रखती है। ऊष्मा इंजन (बाह्य दहन इंजन या अन्त: दहन इंजन) ऊष्मा प्राप्त करने के लिए ईंधन का दहन करते हैं, जो फिर कार्य में परिणत (convert) हो जाते हैं। जब अन्त:दहन इंजन की खोज हुई, तो मोटर पद का प्रथमतया उपयोग इसको स्टीम इंजन (बाह्य दहन इंजन) से पृथक्तया दर्शाने के लिए किया गया, जो उस समय सर्वाधिक प्रचलन में था। बाद में मोटर एवं इंजन का अनौपचारिक सन्दर्भ में प्रयोग किया जाने लगा। इस अध्याय में विषय की उपयोगिता तथा पाठ्यक्रम बाध्यता को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षुओं के अध्ययन हेतु अन्तः दहन इंजन का विशेषतः सविस्तार वर्णन किया गया है, जिसके अन्तर्गत सामान्य इंजनों को एकीकृत किया गया है।

इंजन सम्बन्धी उपयोगी तकनीकी पद Engine Related Useful Technical Terms
इंजनों से भली प्रकार अवगत होने के लिए कुछ ऐसे तकनीकी पदों को जानना भी अति आवश्यक है, जिनका बार-बार उपयोग किया जाता है। यहाँ पर ऐसे ही कुछ तकनीकी उपयोगी पदों को एकीकृत किया गया है, जोकि निम्न हैं

बोर Bore
इंजन में प्रयुक्त किए जाने वाले सिलेण्डर के व्यास (diameter) को बोर कहते हैं।

ऊपरी निष्क्रिय केन्द्र Top Dead Centre; TDC
यह इंजन में फ्रैंक शाफ्ट का वह केन्द्र है, जिसमें पिस्टन अपनी उच्चतम स्थिति में अर्थात् सिलेण्डर शीर्ष के निकटतम होता है।

निचला निष्क्रिय केन्द्र Bottom Dead Centre; BDC
यह इंजन में फ्रैंक शाफ्ट की वह स्थिति है, जिसमें पिस्टन अपनी निम्नतम स्थिति में अर्थात् सिलेण्डर शीर्ष के अधिकतम दूरी पर होता है।

पिस्टन विस्थापन Piston Displacement
इंजन में पिस्टन की ऊपरी निष्क्रिय केन्द्र (TDC) से निचले निष्क्रिय केन्द्र (BDC) तक की तय की गई दूरी में जो आयतन प्राप्त होता है, उसे पिस्टन विस्थापन कहते हैं। इसे प्रायः V. से प्रदर्शित किया जाता है। यहाँ, d = सिलेण्डर बोर व s = स्ट्रोक

स्ट्रोक Stroke
इंजन में पिस्टन द्वारा ऊपरी निष्क्रिय केन्द्र (TDC) से निचले निष्क्रिय केन्द्र (BDC) तक की तय की गई दूरी को स्ट्रोक कहते हैं।

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