Answer for इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्जन 6 क्या होता है

– यह इंटरनेट प्रोटोकॉल का नीवनतम संस्करण है और आजका सम्पूर्ण इंटरनेट इसी पर आधारित है।

– जहां इसके चौथे संस्करण में केवल 32 बिट होती हैं वहीं इस संस्करण में 128 बिट होती हैं।

– इस पर आधारित पते चार हैक्सा डिसमल अंकों के आठ ग्रुपों को रिप्रजेन्ट करते हैं, इन्हें कॉलन के द्वारा अलग किया जाता है, निम्न उदाहरण में आप इस पर आधारित पते को देख सकते हैं 2001:0db8:0000:0042:0000:8a20:0370:7334

– यह प्रोटोकॉल वास्तव में एक इंटरनेट लेयर प्रोटोकॉल है जोकि पैकेट-स्विच्ड इंटरनेट नेटवर्किंग पर आधारित होता है और मल्टीपल इंटरनेट प्रोटोकॉल नेटवर्कों पर end-to-end डेटाग्राम ट्रांसमिशन उपलब्ध करता है।

– इंटरनेट लेयर सिक्योरिटी जिसे IPSec के नाम से जाना जाता है को इसी प्रोटोकॉल के लिये बनाया गया था।

इस प्रोटोकॉल में पैकेट दो भागों में होते हैं एक को हैडर कहा जाता है और दूसरे को पेयलोड। हैडर एक फिक्स भाग होता है जिसकी न्यूनतम फंक्शनल्टी होती है और प्रत्येक पैकेट के लिये यह जरूरी होता है।

फिक्सड हैडर 40 ऑक्टेट्स या 320 बिट घेरता है या प्रयोग करता है। इसमें सोर्स और डेस्टीनेशन पते होते हैं।

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