Answer for ई-मेल की कार्य-प्रणाली किसे कहते है

ई-मेल इंटरनेट पर सबसे अधिक प्रयोग होने वाला फीचर है। बिल्कुल एक ऑनलाइन सेवा की तरह इसका उपयोग करके किसी भी व्यक्ति या कम्पनी को जो इंटरनेट से जुड़े हैं, या कम्प्यूटर नेटवर्क से जुड़े है, को मैसेज भेज सकते हैं।

ई-मेल मैसेज अधिकांशत: इंटरनेट डाटा की तरह ही भेजे जाते हैं। TCP प्रोटोकॉल आपके मैसेज को पैकेट में तोड़ता है और IP प्रोटोकॉल इन्हें इनकी असली लोकेशनों में भेजता है और फिर TCP इन पैकेट को दूसरी तरफ जोड़ता है जहाँ पर मेल भेजनी है, जिससे कि मैसेज पढ़ा जा सके।

आप बाइनरी फाइल भी अपने ई-मेल मैसेज में शामिल कर सकते हैं जैसे पिक्चर, विडियो, साउण्ड और एक्जिक्यूटेबल(executable) फाइल इत्यादि। इंटरनेट में यह क्षमता नहीं होती कि वह ई-मेल में बाइनरी फाइल को हैण्डल कर सके।

– इसलिए एक इंफॉर्मेशन स्क्रीम के अंतर्गत पहले फाइल की कोडिंग की जाती है। इसके लिए सबसे लोकप्रिय स्कीम है, MINE और uuencode | वह व्यक्ति जिसे यह संलग्न (अटैच्ड) बाइनरी फाइल (जिसे अटेचमेंट भी कहते हैं) मिलती है, तो वह उसी स्कीम के अंतर्गत फाइल को डिकोड करता है।

• कई ई-मेल सॉफ्टवेयर पैकेज इसे ऑटोमैटिकली करते हैं। जब आप इंटरनेट पर किसी को ई-मेल भेजते हैं, तो वह मैसेज कई नेटवर्क से होकर अपने गन्तव्य तक पहुंचती है। विभिन्न नेटवर्क विभिन्न ई-मेल के फॉरमेट को इस्तेमाल करते हैं।

– गेटवे, ई-मेल के फॉरमेट को ट्रांसलेट करने का काम करता है, क्योंकि मैसेज को इंटरनेट के सभी नेटवर्क से होकर गुजरना होता है।

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