Answer for एक्सेल Axle किसे कहते है ?

एक्सेल को ट्रैक्टर का आधार इनकी विशिष्ट भूमिका के कारण कहा जा सकता है। एक्सेल वास्तव में एक घूमते पहिये या गियर हेतु एक केन्द्रीय शाफ्ट होती है। यह अवयव एक वाहन में पहियों से एंगेज या उनके साथ घमता अथवा वाहन से जड़ा संयोजित हो सकता है। पर्व में बिय बुश माउण्टिंग प्वॉइण्ट पर दिये जाते थे, जहाँ एक्सेल उसे सहारता था। बाद में बियरिंग एवं बुश पहिये के केन्द्रीय छिद्र (hole) में व्यवस्थित (arrange) किये जाने लगे, ताकि पहिया एक्सेल से चारों ओर घूम सके। वास्तव में यह एक शाफ्ट है, जो व्हील्स के साथ घूमती है।

फ्रण्ट एक्सेल Front Axle
चार पहिये वाले वाहनों या ट्रैक्टरों के अगले पहियों को आवश्यकता पड़ने पर बिना स्लिप के मोड़ने के लिए तथा ट्रैक्टरों को नियन्त्रित (control) करने के लिए स्टीयरिंग का प्रयोग किया जाता है। स्टीयरिंग के बहुत-से भाग आगे के एक्सेल से जोड़े जाते हैं। आगे के एक्सेल तथा स्टीयरिंग एक-दूसरे से सीधे सम्बन्ध रखते हैं। इनका विस्तृत वर्णन निम्न प्रकार है
फ्रण्ट एक्सेल के भाग Parts of Front Axle स्प्रिंग आधार पर रॉड स्प्रिंग को एक सेट बोल्ट तथा दो ‘U’ बोल्ट द्वारा कसा जाता है। इस रॉड स्प्रिंग द्वारा ही चेसिस को मिली ड्राइव अगले पहियों को चलाने के लिए स्थानान्तरित होती है, जिससे स्टब एक्सेल पर लगे पहिये चलते हैं। कुछ ट्रैक्टरों में ‘T’ सेक्शन बीम के स्थान पर ट्यूबलर बीम का प्रयोग किया जाता है। यह बीम भी अच्छे स्टील को प्रेस करके ट्यूब के रूप में पर्याप्त मजबूत बनायी जाती है। एक्सेल बीम किसी भी प्रकार की हो, उसके दोनों किनारों पर स्टब एक्सेल जोड़ने के लिए योक बनाया जाता है। स्टब एक्सेल पर ही हब की सहायता से पहिये फिट किये जाते हैं। यह एक टेपर एक्सेल होता है, जिसके किनारे पर हब कसने के लिए चूड़ी कटी होती हैं। इन चूड़ियों पर चक नट या कैसिल नट कसकर हब को कसा जाता है। स्टब एक्सेल पर ही ब्रेकों के लिए ऐंकर प्लेट या बैक प्लेट नट-बोल्ट द्वारा फिट की जाती है, जिस पर अगले पहियों की ब्रेक असेम्बली फिट की जाती है। फ्रण्ट एक्सेल में उपरोक्त दो भागों के साथ निम्नलिखित भाग होते हैं
1. एक्सेल बीम,
2. स्टेब एक्सेल,
3. एक्सेल बीम योक,
4. किंग पिन,
5. गन मेटल बुश,
6. टेपर रोलर बियरिंग एवं
7. थर्स्ट वाशर या पैड।
एक्सेल बीम पर जुड़ने वाले स्टब एक्सेल पर दो टेपर रोलर बियरिंग, जिनमें एक छोटा तथा एक बड़ा होता है, की सहायता से फ्रण्ट व्हील हब को फिट किया जाता है। इस हब को स्टब एक्सेल पर कसने के लिए चक नट या कैसिल नट को इस प्रकार कसा जाता है कि व्हील हब अपने स्थान पर आसानी से घूम सके, उसमें अधिक प्ले न रहे तथा वह आवाज भी न करे। व्हील हब में 0.001 मिमी प्ले रहनी चाहिये। सही प्ले एडजस्ट करने के बाद चक नट को पूरा टाइट करना चाहिये। कैसिल नट का प्रयोग जहाँ किये जाए, वहाँ उसे सही टाइट करने के बाद इसे लॉक करने के लिए स्प्लिट पिन को उसके खाँचे में आर-पार फँसाना चाहिये।

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