Answer for ऑयल प्रेशर रिलीफ वाल्व क्या होता है ?

इंजन की तेज चाल पर ऑयल पम्प की चाल भी बढ़ जाती है। इससे मेन ऑयल गैलरी में स्नेहन तेल का दबाव काफी अधिक बढ़ जाता है। इस कारण इंजन के भागों के बीच वह तेल अधिक समय तक नहीं ठहर पाता है। अत: उन भागों का स्नेहन ठीक प्रकार से नहीं होता है। इस दोष को दूर करने के लिए ऑयल प्रेशर रिलीफ वाल्व का प्रयोग किया जाता है। यह वाल्व ऑयल पम्प में ही अधिकतर लगाया जाता है। यह एक स्प्रिंग लोडेड वाल्व होता है जो कि तेल के दबाव से खुल जाता है। इसे निश्चित दबाव पर खुलने के लिए एडजस्ट किया जा सकता है। इसके लिए एडजस्टिंग स्क्रू की व्यवस्था रहती है। इंजन के भागों के लिए सामान्यत: 22 पौण्ड प्रति वर्ग इंच से 45 पौण्ड प्रति वर्ग इंच तक का दबाव पर्याप्त होता है। जब इंजन तेज चलता है तो तेल का दबाव अधिक होकर इस प्रेशर रिलीफ वाल्व को खोल देता है तथा इससे तेल का मार्ग और खुल जाता है। इस प्रकार तेल का दबाव कम हो जाता है। रिलीफ वाल्व द्वारा निकला तेल पुनः गियरों द्वारा इंजन की मेन ऑयल गैलरी में जाने लगता है।

फुहार छिद्र और गैलरी Spurt Holes and Gallery
कनेक्टिंग रॉड बियरिंग से सिलेण्डर वाल्व पर डाले गए तेल के द्वारा पिस्टन, रिंग और पिन का स्नेहन होता है। कुछ कनेक्टिंग रॉड में तेल फुहार छिद्र होते हैं। फ्रैंक शाफ्ट में समान छिद्रों से तेल प्राप्त करने के लिए इन छिद्रों को स्थापित किया जाता है। जब सिलेण्डर वाल्व का अधिकतम क्षेत्रफल अनाश्रित (exposed) होता है, तो इस बिन्दु पर इंजन प्रक्रम में तेल फुहार में बाहर निकलता है, इसके द्वारा वाल्व और गजन पिन का स्नेहन होता है तथा पिस्टन की अन्दर की सतह को भी ठण्डा रखता है। सिलेण्डर हैड में तथा एक गैलरी के द्वारा बियरिंग एवं वाल्व-ट्रेन में तेल भरण करते हैं। ये चल भाग स्नेहित होने के साथ-साथ इंजन से ऊष्मा का अवशोषण भी करते हैं, इसलिए इनका तापमान बढ़ता है।

तेल-स्तर सूचक डिप स्टिक’ Oil-level Indicators ‘Dip Stick’
यह निश्चित करने के लिए कि बॅक केस में पर्याप्त तेल है. इसको मापने की कोई व्यवस्था होनी चाहिए। सबसे सादा तरीका जो सबसे अधिक प्रयोग होता है, वह है, ‘डिप-स्टिक’ यह एक लम्बी छड़ होती है, जिसके एक सिरे पर पकड़ने के लिए हत्थी होती है। डिप-स्टिक पर बैक केस के पूर्ण, अर्द्ध-पूर्ण और एक चौथाई पूर्ण स्तर तक सूचित करने वाले चिन्ह बने होते हैं। इस पर एक क्रान्तिक चिन्ह भी बना होता है, जिसके नीचे तेल का स्तर नहीं गिरना चाहिए। चालक का यह कर्त्तव्य है कि वह नियमित अन्तरालों पर, विशेषतः लम्बी यात्रा पर जाने से पहले तेल के स्तर की जाँच कर लें। एक अन्य प्रकार का तेल-स्तर सूचक फ्लोर प्रणाली पर आधारित होता है। बॅक केस के भीतर के फ्लोर पर एक उपयुक्त सूचक लगा होता है, जो बैक केस के बाहर से ही तेल का स्तर सूचित करता है।

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