Answer for ओह्ममीटर किसे कहते है है और इसके कितने प्रकार होते है ?

ओह्ममीटर में मुख्यतः एक माइक्रो-अमीटर, बैटरी विद्युत धारा नियन्त्रक, प्रतिरोधक, शून्य समायोजक प्रतिरोधक (पोटैशियोमीटर) तथा ‘प्रोब्स (probes) होती हैं। ये यन्त्र दो प्रकार के होते हैं
1. श्रेणी प्रकार के तथा
2. शंट प्रकार के।
श्रेणी प्रकार के यन्त्र में अज्ञात प्रतिरोधक को बैटरी तथा माइक्रो-अमीटर के साथ श्रेणीक्रम में संयोजित किया जाता है। इसका उपयोग मध्यम तथा उच्च प्रतिरोध मान मापन के लिए किया जाता है। शंट प्रकार के यन्त्र में अज्ञात प्रतिरोधक को माइक्रो-अमीटर के साथ समानान्तर-क्रम में संयोजित किया जाता है। इसका उपयोग निम्न तथा मध्यम प्रतिरोध मान मापन के लिए किया जाता है। संयोजक A तथा B के बीच अज्ञात प्रतिरोधक संयोजित करने पर यन्त्र का संकेतक, पैमाने पर – सीधे ही प्रतिरोध ‘ओम’ में दर्शाता है। इस यन्त्र का पैमाना, आनुपातिक नहीं होता। यह ‘शून्य’ की ओर खला-खला तथा ‘अनन्त’ की ओर तंग-तंग होता है।

मल्टीमीटर Multimeter
‘मल्टीमीटर’ का अर्थ है-कई प्रकार की वैद्युतिक राशियों को नापने वाला यन्त्र। ये वैद्युतिक राशियाँ हैं-माइक्रो/मिली एम्पियर, वोल्ट तथा ओझ। इस यन्त्र को ‘एवो मीटर’ (AVO meter) भी कहते हैं। ये यन्त्र अनेक आकार-प्रकार के होते हैं। पारम्परिक प्रकार के मल्टीमीटर में मूलत: 0-250 LA मापसीमा वाला “मूविंग क्वॉयल यन्त्र’ प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग एक से अधिक राशियों; जैसे- डी.सी. विद्युत धारा व वोल्टता, ए.सी. वोल्टता तथा प्रतिरोध एवं आउटपुट; के मापन में किया जाता है।

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