Answer for कठोरता परीक्षण क्या होता है और इसे कैसे किया जाता है ?

साधारणतया वेल्डिंग के पश्चात् बेस मेटल की कठोरता बदल जाती है। गर्म होने पर कुछ मैटल नर्म तो कुछ कठोर हो जाती है। अत: यह आवश्यक है कि वेल्डिंग के पश्चात् जोड़ की कठोरता की जाँच की जाए। यह परीक्षण प्रयोगशाला में निम्न विधियों में से किसी भी विधि द्वारा किया जा सकता है
A. ब्रिनेल कठोरता परीक्षण (Brinell hardness test)
B. रॉकवेल कठोरता परीक्षण (Rockwell hardness test)
C. विकर कठोरता परीक्षण (Vicker hardness test)

फटीग परीक्षण Fatigue Test
फ्रैंक शाफ्ट जैसे अवयवों के लिए, जहाँ पर पुश और पुल बल (alternating push and pull) बदलते रहने की स्थिति में लगे होते हैं, वेल्ड जोड़ के कम बल पर ही कुछ समय पश्चात् विफल (fail) हो जाने की सम्भावना रहती है। ऐसा बलों की स्थिति के लगातार बदलने के कारण होता है। इस स्थिति में नमूना अपने अधिकतम बल से पहले ही विफल (fail) हो जाता है। अत: नमूने को फटीग परीक्षण द्वारा परीक्षण करना जरूरी हो जाता है। इस परीक्षण में चित्र के अनुसार एक नमूना तैयार करके उस पर विभिन्न बल लगाकर तब तक घुमाते हैं जब तक कि वह टूट न जाए। चक्करों की संख्या ज्ञात कर ली जाती है और इस प्रकार चार-पाँच नमूने टैस्ट किए जाते हैं और बल तथा चक्करों की संख्या के मध्य निम्न ग्राफ खींच लेते हैं। इस ग्राफ के आधार पर कह सकते हैं कि किसी विशेष बल पर यह जोड़ कितने चक्करों के बाद विफल (fail) हो जाएगा।

Back to top button