Answer for क्लच के कितने प्रकार होते है ?

क्लच के मुख्य प्रकार निम्न हैं

कोण क्लच Cone Clutch
इस प्रकार के क्लच में आउटर (outer) तथा इनर (inner) कोन का प्रयोग किया जाता है। आउटर कोन फ्लाईव्हील के साथ बोल्टों द्वारा फिट की जाती है. जबकि इनर कोन गियर बॉक्स की क्लच शाफ्ट पर चढ़ाई जाती है। यह कोन, क्लच शाफ्ट पर बने खाँचों (spline) पर इस प्रकार चढ़ी रहती है, जिससे यह उस शाफ्ट को घुमाने के साथ-साथ शाफ्ट पर क्लच डिसएंगेज करते समय खिसकाई (slide) जा सके। आउटर कोन के अन्दर वाले भाग में तथा इनर कोन के बाहरी भाग में लाइनिंग चढ़ी रहती है। इनर कोन एक स्प्रिंग के द्वारा आउटर से चिपकी रहती है। इंजन के चलने पर फ्लाईव्हील पर फिट आउटर कोन, इनर कोन को भी अपने साथ एक इकाई बनाकर घुमाने लगती है। इस प्रकार इनर कोन के घूमने से क्लच शाफ्ट भी घूमती है तथा इंजन की शक्ति गियर बॉक्स तक पहुँचने लगती है। आवश्यकता पड़ने पर जब इंजन तथा गियर बॉक्स का सम्बन्ध तोड़ना होता है, तो क्लच पैडल दबाकर क्लच शाफ्ट की इनर कोन को पीछे की ओर लिंक तथा रॉड द्वारा खिसका लिया जाता है। इससे यह कोन घूमना बन्द कर देती है तथा इंजन का सम्बन्ध गियर बॉक्स से टूट जाता है अर्थात् इस समय इंजन की शक्ति पिछले पहियों को नहीं जाती र से दबाव हटा लिया जाता है, क्लच स्प्रिंग इनर कोन को पुन: आउटर कोन के साथ चिपका देती है, जिससे इंजन की शक्ति गियर बॉक्स तक जाने लगती है। .

मल्टी प्लेट क्लच Multi Plate Clutch
जैसा इसका नाम है नाम है, उसी के अनुरूप इस प्रकार के क्लच में अनेक क्लच प्लेटों तथा प्रेशर प्लेटों का प्रयोग किया जाता है। यह क्लच भी सिंगल प्लेट क्लच की भाँति ही कार्य करता है तथा सभी भाग लगभग एक जैसे ही होते हैं। इनमें सभी क्लच प्लेटों पर पूरी गोलाई में लाइनिंग चढ़ी रहती है तथा उनके लिए उतनी ही प्रेशर प्लेटें लगाई जाती हैं। इस क्लच की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें अधिक क्लच प्लेटों के प्रयोग से उनका व्यास (diameter) कम रखा जा सकता है। इसके लिए प्रेशर प्लेटों पर दबाव डालने के लिए क्लच स्प्रिंग भी कम दाब की प्रयोग की जा सकती है। इससे क्लच प्लेटें शीघ्र घिसने से बचती हैं, क्योंकि इस प्रकार की क्लच असेम्बली छोटी होती है, इसलिए कम स्थान में ही फिट की जा सकती है।

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