Answer for गर्डर पर वायरिंग कैसे की जाती है?

वायरिंग के दौरान कभी-कभी गर्डरों पर भी वायरिंग करनी होती है। गर्डर पर की जाने वाली वायरिंग कोई ७ विशेष वायरिंग नहीं ( होती, वायरिंग तो साधारण ही होती है, पर हाँ इस वायरिंग के लिये विशेष प्रकार के क्लेम्प्स लगाने पड़ते हैं। दिये गये चित्र में गर्डरों पर लगने C वाले विभिन्न प्रकार के क्लेम्पों को दिखाया जा रहा है। साथ के दूसरे चित्र में गर्डर पर की गई वायरिंग को दिखाया जा रहा है। जिसमें एक सीलिंग रोज लगा हुआ है। गर्डर पर सामान्यतः लोहे के बने कन्ड्यूट पाईप के स्थान पर PVC कन्ड्यूट या PVC चैनलों का उपयोग किया जाता है।

कन्ड्यूट पाइपों को काटना
1 सबसे पहले कन्ड्यूट पाईप को जहाँ पर से काटना हो, उस स्थान पर हेक्सा ब्लेड से निशान लगा लें।
2 अब इस कन्ड्यूट पाईप को पाईप वाईस में लगाकर इस प्रकार कसे कि पाईप पर लगाया कइयूट पाईपों को काटना गया निशान वाईस के दांतों से 15-20 से.मी. बाहर की ओर रहें।
3 अब हेक्सा-फ्रेम में ब्लेड को ठीक ढंग से लगाकर उसे कसे।
4 इसके बाद हेक्सा ब्लेड के दांतों को पाईप पर बिलकुल सीधा (खड़ा) रखते हुये, पाईप पर ब्लेड को चलाते हुये, पाईप को कांटे।
5 सामान्यत: हेक्सा ब्लेड के द्वारा पाईप को आधा काटकर उसे मोड़कर, तोड़ा जाता है, पर ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। पूरे पाईप को ब्लेड से ही काटना चाहिये।
6 काटने के बाद इसे कटे हुये सिरे को रेती से अच्छी तरह साफ कर लें।

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