Answer for घर में किस साईज की तार लगानी चाहिए ?

तारों की साईज, तारों के व्यास (मोटाई) के माप के अनुसार निकाला जाता है। तारों के व्यास के आधार पर तारों को एक निश्चित गेज नम्बर दिये गये हैं। इन्हें स्टेण्डर्ड वायर गेज या SWG नम्बर कहा जाता है। SWG प्रणाली में जैसे-जैसे तार का व्यास बढ़ता है, वैसे-वैसे उसके गेज नम्बर कम होते चले जाते हैं। सबसे छोटा गेज नम्बर (अर्थात सबसे मोटा वायर) 7/0 है, इस गेज वाले तार के व्यास की मोटाई 12.7MM होती है। इसी तरह सबसे बड़ा गेज नम्बर (अर्थात् सबसे पतला तार) 40 है, इस गेज वाले तार के व्यास की मोटाई 0.1219मि.मी. है। नीचे दिये गये सारणी में हम उपयोग किये जाने वाले मुख्य तारों के गेज नम्बर्स तथा उनके व्यास की माप को दे रहे हैं।

तारों का सलेक्शन करना
किसी भी वायरिंग के लिये तारों का चुनाव, उस वायरिंग पर बहने वाले करन्ट के के आधार पर किया जाता है। उदाहरण के लिये यदि हमें 15 एम्पीयर करन्ट के लिये । वायरिंग करनी है तो हम ऐसे तार का सलेक्शन करते है जो 15 एम्पीयर करन्ट को 15 एम्पीयर सहन कर सकें। | इस करन्ट केपेसीटी से कम क्षमता वाले केबल के उपयोग से केबल गर्म होकर जल सकती है। ज्यादातर उपयोग किये जाने वाले केबल्स व उनकी करेंट केपेसीटी को सारणी में दिया जा रहा है।

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