Answer for टीसीपी/आईपी एड्रेसिंग किसे कहते है

इंटरनेट के सफल संचालन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका कम्युनीकेशन प्रोटोकॉल्स की होती है। इन्हीं के कारण इंटरनेट अपने से जुड़े समस्त अलग-अलग नेटवर्कों को साथ लेकर चलता है और इन्हें कंट्रोल भी करता है। प्रोटोकॉल का यह भाग TCP/IP अर्थात ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल कहलाता है।

→ TCP का पूरा नाम ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल और IP का पूरा नाम इंटरनेट प्रोटोकॉल होता है। इन्हीं से प्रथम दो प्रोटोकॉल निर्धारित होते हैं। TCP/IP नेटवर्किंग कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण विकासों को जो कि 1970 में हुए थे, एक साथ लेकर चलती है।

इंटरनेट प्रोटोकॉल सुइट में कई स्तर या लेयरें होती हैं। इनमें से प्रत्येक लेयर समस्याओं के एक सेट को हल करने में सक्षम होती है और साथ ही अपने से ऊपर वाली लेयर को बिना किसी व्यवधान के डेटा भेजती है।

→ यही कार्य ऊपर वाली लेयर अपने से ऊपर वाली लेयर के लिये करती है। प्रोटोकॉल की सबसे ऊपरी लेयर प्रयोगकर्ता के बिलकुल पास होती है और यह अपने से नीचे वाली लेयर के द्वारा भेजे गये डेटा को ट्रांसलेट करके इस लायक बनाती है कि उसे प्रयोगकर्ता या यूजर समझ सके और पढ़ सके। जब TCP/IP के प्रयोग की शुरुआत हुई थी तो इसमें केवल चार लेयरें थीं। लेकिन वर्तमान समय में इसमें पांच लेयर मॉडल कार्य करते हैं। यह पांचों लेयरें निम्नलिखित हैं

पहली लेयर: TPC/IP प्रोटोकॉल मॉडल में पहली लेयर को फिजिकल (भौतिक) लेयर कहा जाता है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित उपकरण या प्रणालियां आती हैंईथरनेट फिजिकल लेयर, ISDN, मॉडेम्स, PLC, SONET/ SDH, G.709 और Wi-Fi इत्यादि।

दूसरी लेयर: TCP/IP प्रोटोकॉल मॉडल की दूसरी लेयर को डेटा लिंक लेयर कहते हैं। इसके अंतर्गत निम्नलिखित सिस्टम शामिल होते हैंATM, DTM, ईथरनेट, FDDI, फ्रेम रिले, GPRS, PPP, ARP और RARP इत्यादि।

तीसरी लेयरः TCP/IP प्रोटोकॉल मॉडल की तीसरी लेयर को नेटवर्क लेयर कहा जाता है। इसके अन्तर्गत निम्नलिखित सिस्टम शामिल होते हैंIP (IPv4, IPv6), ICMP, IGMP, RSVP 3i IPsec इत्यादि।

चौथी लेयर: TCP/IP प्रोटोकॉल मॉडल की चौथी लेयर को ट्रांसपोर्ट लेयर कहा जाता है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित सिस्टम शामिल होते हैं TCP, UDP, DCCP, SCTP और GTP इत्यादि।

पांचवी लेयर: TCP/IP प्रोटोकॉल मॉडल की पांचवी लेयर को एप्लीकेशन लेयर कहा जाता है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित सिस्टम शामिल होते हैं

• TCP/IP के अलावा एक और मॉडल इंटरनेट प्रोटोकाल्स सुइट के रूप में इस्तेमाल होता है। इसे OSI कहा जाता है। इसमें नेटवर्क प्रोटोकॉल की सात लेयरें होती हैं। यदि हम इन दोनों मॉडलों की तुलना करें तो पता चलता है कि OSI मॉडल TCP/IP की अपेक्षा ज्यादा लचीला है। इसमें बढ़ी हुई लेयरें ज्यादा Flexbility प्रदान करती हैं। लेकिन यह दोनों मॉडल एक स्टैंडर्ड हैं और एप्लीकेशन का विकास करते समय दोनों को ही प्रयोग किया जाता है।

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