Answer for टेस्टिंग लैम्प से न्यूट्रल की पहचान कैसे की जाती है ?
टेस्टिंग लैम्प के एक तार को फेस टेस्टर द्वारा चेक किये गये फेस के तार पर रखते हैं तथा दुसरी तार को अन्य तारों से टच करते हैं, जिस तार से टच करने पर टेस्टिंग का लेम्प पूर्ण रूप से जल जाता है, तो इसका अर्थ है कि टेस्टिंग लैम्प का दूसरा सिरा जिस जगह पर रखा गया है, वह न्यूट्रल का तार है।
इस प्रकार की टेस्टिंग में कई बार बल्ब डिम अर्थात् धीमे प्रकाश के साथ जलता है, जबकि फेस का तार बिल्कुल सही होता है, तो इसका अर्थ है कि न्युट्रल किसी ऐसे उपकरण में से होता हुआ आ रहा है, जिसके फेस का तार टूटा हुआ है। ऐसी स्थिति होने पर न्यूट्रल के लिये किसी दूसरे तार को टेस्ट करें, जब तक बल्ब अपने पुरे प्रकाश के साथ न जले तब तक न्युट्रल की तार को सही नहीं माना जा सकता है।