Answer for ड्रिल बिट कैसी होती है ?

यह हाई-कार्बन स्टील, हार्ड-स्पीड स्टील तथा अलॉय स्टील के बने होते हैं। ड्रिल बिट का आकार तीन प्रकार का होता है- फ्लैट, स्ट्रेट फ्ल्यूटेड व ट्विस्ट ड्रिल। उपरोक्त प्रकारों में प्राय: ट्विस्ट ड्रिल का ही अधिकांशतः प्रयोग होता है। अत: उसी का यहाँ वर्णन किया गया है।

मुख्य भाग Main Parts
ड्रिल बिट के मुख्य भागों को अग्र पृष्ठ पर वर्णित किया गया है

टैंग Tang
ट्विस्ट डिल का सबसे ऊपरी भाग टैंग कहलाता है। यह छोटा-सा परन्तु चपटा होता है। इसके कारण ड्रिल को सीट में फिट करने में सरलता रहती है।

शैंक Shank
ड्रिल का वह भाग जो किसी सॉकिट या ड्रिल चक आदि में पकड़ा जाता है, जक कहलाता है। ये तीन प्रकार के होते हैं

टेपर गैंक Taper Shank
बड़े व्यास के ड्रिलों में टेपर गैंक बना होता है। इस पर मोर्स टेपर रहती है। इस प्रकार की शैंक वाला ड्रिल बड़ी सरलता से ड्रिलिंग मशीन में फिट किया जा सकता है। इसी कारण इस गैंक के ड्रिल अधिक प्रयोग किए जाते हैं। इनके स्लिप होने की भी बहुत कम सम्भावना रहती है, क्योंकि दबाव देते समय इनकी पकड़ स्पिण्डल पा सॉकेट में बढ़ती जाती है।

स्ट्रेट शैंक Straight Shank
इस प्रकार के गैंक प्राय: कम-से-कम व्यास वाले ड्रिलों में बनाए जाते हैं। इन छोटे ड्रिलों को ड्रिल चक में पकड़ा जाता है।

रैचेट शैंक Rachit Shank
इस प्रकार के शैंक चौकोर परन्तु टेपर में बने होते हैं। इन्हें रैचेट ब्रेस कहते हैं। पल्यूट कहते हैं। यह खाँचे मिलिंग मशीन द्वारा बनाए जाते हैं। इनके किनारे पर ही काटले

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