Answer for दो स्ट्रोक इंजन क्या होता है

इन इंजनों में प्राय: इंजन चलाने के चक्र के चारों स्ट्रोक (सक्शन, सम्पीडन, पावर तथा एग्जॉस्ट) पिस्टन के दो ही स्ट्रोकों में पूरे हो जाते हैं। इस प्रकार के इंजनों में ईंधन दहन का समय कम होता है, जबकि प्रति हॉर्स पावर ईंधन खपत अधिक होती है। ये इंजन सामान्यतया पेट्रोल तथा डीजल ईंधनों के प्रयोग द्वारा चालित किए जाते हैं।

दो स्ट्रोक पेट्रोल इंजन : इस प्रकार के इंजनों में ईंधन के रूप में पेट्रोल का प्रयोग किया जाता है तथा इनका ऐसे अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है, जहाँ कि सरलता (Simplicity) एवं मितव्ययी (Low Cost) वाले प्राइम मूवर (Prime Mover) की आवश्यकता होती है; जैसे-स्कूटर, मोटरसाइकिल आदि। दो स्ट्रोक पेट्रोल इंजनों में एक कार्यकारी चक्र (Working Cycle) पिस्टन के दो ही स्ट्रोक में पूर्ण हो जाता है अर्थात् बैंक शाफ्ट के प्रत्येक चक्कर में इंजन को शक्ति प्राप्त होती है। यह शक्ति इंजन फ्रैंक केस में वायु एवं पेट्रोल के मिश्रण के दहन के फलस्वरूप प्राप्त होती है। ये इंजन ऑटो चक्र पर आधारित होते हैं।

स्ट्रोक डीजल इंजन:इस प्रकार के इंजनों में ईंधन के रूप में डीजल का प्रयोग किया जाता है तथा इन इंजनों का प्रयोग सामान्यतया शिप प्रोपल्सन (Ship Propulsion) में किया जाता है। ये इंजन लोअर गवर्ड स्पीड (Lower Governed Speed) होने के कारण अधिक लचीले नहीं होते हैं; जैसे—जहाजीय इंजन। दो स्ट्रोक आधारित डीजल इंजन, डीजल चक्र (Diesel Cycle) पर आधारित होते हैं। इनमें डीजल वाष्प एवं सम्पीडित वायु (Compressed Air) के दहन के फलस्वरूप शक्ति प्राप्त होती है। इस प्रकार के इंजन में एक कार्यकारी चक्र पिस्टन के दो स्ट्रोकों में पूर्ण हो जाता है अर्थात् इंजन के चारों स्ट्रोक (सक्शन, सम्पीडन, इग्नीशन एवं एग्जॉस्ट) पिस्टन के दो ही स्ट्रोक में पूर्ण हो जाते हैं। दो स्ट्रोक डीजल . इंजन में भी दो स्ट्रोक पेट्रोल इंजन की भाँति ही फ्रैंक शाफ्ट के प्रत्येक चक्र में शक्ति प्राप्त होती है।

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