Answer for प्रारम्भिक रेखांकन तथा यान्त्रिक एवं दृष्टिगत में क्या अन्तर होते है
फैशन टैक्नॉलोजी शरीर के परिधानों को सुन्दर से सुन्दर बनाने की एक कला है। सुन्दर परिधान शरीर पर शरीराकृति के आधार पर फिट करके उसको और भी सुन्दर बना कर पेश करना ही फैशन टैक्नॉलोजी है। इस कार्य के लिए परिधान निर्माता को शरीर की सही स्थिति का ज्ञान होना भी आवश्यक है। इसी कार्य के लिए मनुष्य के शरीर के विभिन्न अंगों के नाप तथा अनुपात को ध्यान में रखना परमावश्यक है। और इसका अभ्यास चित्र बना कर आसानी से किया जा सकता है। अतः इस कार्य के लिए पैंसिल तथा रबर की ही आवश्यकता होगी और पैसिल से बनाने के उपरान्त स्याही वाले पैन की ज़रूरत पड़ती है। अभ्यास करने के लिए सावधानीपूर्वक पैंसिल से रेखाएं खींचना आना चाहिए जो कि लय-ताल में हों। इसके लिए सबसे पहले शरीर के नापों की जानकारी होना सबसे आवश्यक है। एक नॉरमल शरीर के अंगों का माप व अनुपात निम्न प्रकार होता है – टेलरिंग के अनुसार शरीर की लम्बाई 54″ स्टैण्डर्ड मानी जाती है। उसी के अनुसार
1. चेहरे की लम्बाई – 8″
3. धड़ की लम्बाई – चेहरे से तीन गुना
4. टांगों की लम्बाई :- चेहरे से चार गुना
नवजात शिशु के चेहरे की लम्बाई से उसके शरीर की लम्बाई केवल दो गुना होती है क्योंकि उसका चेहरा बड़ा तथा हाथ पैर तथा धड़ छोटा होता है। जैसे-जैसे वह बढ़ता है, उसके शरीर के अंग का अनुपात बदलता जाता है।
उपलिखित मनुष्य शरीर का विभाजन हमने अष्टशीर्ष प्रणाली अर्थात् Eight Head Theory के आधार पर किया है। टेलरिंग ट्रेड के भी “पिता” कहे जाने वाले मि. वैम्पन के सिद्धान्त के आधार को ही टेलरिंग में Eight Head Theory का नाम दिया जाता है। किन्तु फैशन के क्षेत्र में आजकल महिलाओं की टांगों का अनुपात बदल गया है। टांगे अब अधिक लम्बी होने या दिखाई जाने लगी हैं। शरीर व धड़ के हिसाब से टांगों की लम्बाई अधिक इसलिए बनाई जाती. है कि फैशन की दुनिया में तथा रैंप पर चलने में खूबसूरती नज़र आती है। ड्रैस का स्टाइल ऐसा बनने लगा है कि निचला भाग अधिक लम्बा बनाया जाता है और ऊपर का कम। तो इस ढंग की फिगर (Figure) अधिक सुन्दर मानी जाती है। अतः फैशन टैक्नॉलोजी के छात्र छात्राओं को स्केचिंग शुरू कराने के लिए कुछ माप दण्ड स्थापित किए गए हैं, जिन पर वे प्रैक्टिस आरम्भ करके अपनी ड्रैस को उस फिगर के अनुसार डिज़ाइनिंग व शेप दे सकते हैं।