Answer for प्रेरित वि.वा.ब. किसे कहते है ?

किसी चालक में विद्युत-चुम्बकीय प्रेरण के फलस्वरूप पैदा होने वाला वि.वा.ब. प्रेरित वि.वा.ब. कहलाता है और इस प्रेरित वि.वा.ब. के कारण चालक में बहने वाली विद्युत धारा, प्रेरित विद्युत धारा (induced current) कहलाती है। किसी चालक में प्रेरित वि.वा.ब. निम्न दो प्रकार से पैदा किया जा सकता है

गतिजन्य प्रेरित वि.वा.ब. Dynamically Induced EMF
जब कोई चालक किसी चुम्बकीय क्षेत्र में इस प्रकार गति करता है कि उसके द्वारा चुम्बकीय फ्लक्स का छेदन होता हो तो उसमें प्रेरित होने वाला वि.वा.ब., गतिजन्य प्रेरित वि.वा.ब. कहलाता है। e= B.l.vsine यहाँ, e= प्रेरित वि.वा.ब., वोल्ट में, B = चुम्बकीय फ्लक्स घनत्व, वेबर/मी में, 1 = चालक की लम्बाई, मी में, v=चालक की गति, मी/से में तथा sine = चालक की गति दिशा और चुम्बकीय फ्लक्स की दिशा के बीच के कोण की ज्या (sine)| स्थितिजन्य प्रेरित वि.वा.ब. Statically Induced EMF यदि कोई चालक किसी प्रत्यावर्ती चुम्बकीय क्षेत्र (alternating magnetic field) में अवस्थित हो तो वह स्थिर अवस्था में ही चुम्बकीय फ्लक्स परिवर्तन में बाधा डालता है और फैराडे के सिद्धान्त के अनुसार उसमें वि.वा.ब. पैदा हो जाता है जो स्थितिजन्य प्रेरित वि. वा. ब. कहलाता है। यहाँ, e= प्रेरित वि.वा.ब., वोल्ट में N= चालकों की संख्या (क्वॉयल की लपेट संख्या) 02-01 चुम्बकीय फ्लक्स की मात्रा में परिवर्तन. वेबर में t= समय, सेकेण्ड में (चुम्बकीय फ्लक्स का मान , से तक परिवर्तित होने में लगा समय) (-) चिन्ह दर्शाता है कि प्रेरित वि.वा.ब. की दिशा चुम्बकीय फ्लक्स परिवर्तन की दिशा के विपरीत होती है।

लैंज का नियम Lenz’s Law.
वैज्ञानिक लैंज के अनुसार किसी चालक में प्रेरित वि.वा.ब. जनित प्रेरित विद्युत धारा की दिशा सदैव इस प्रकार की होती है कि वह उस कारण का विरोध करती है जिसके कारण वह पैदा होती है। इसके प्रतिपादन के लिए एक क्वॉयल को गैल्वेनोमीटर से संयुक्त करके यदि किसी छड़-चुम्बक का कोई एक ध्रुव, क्वॉयल के सिरे के समीप लाया जाए तो गैल्वेनोमीटर एक विक्षेप दर्शाता है। अब यदि चुम्बक को क्वॉयल से दूर ले जाएँ तो गैल्वेनोमीटर के विक्षेप की दिशा उलट जाती है। इसका तात्पर्य यह है कि प्रेरित विद्युत धारा की दिशा उलट गई है अर्थात् लैंज का नियम सत्य है।

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