Answer for फिटिंग पैटर्न क्या होता है

ये पैटर्न प्रायः बाज़ार वालों को वस्त्र तैयार करने में सुविधा देते हैं। जो व्यक्ति रैडीमेड वस्त्र बनाकर बेचते हैं, उनके लिए समय की बचत करने के उद्देश्य से यह 32″,34″ तथा 36″ के नाप के बनाए जाते हैं। कार्ड बोर्ड पर इनको बनाया जाता है। इससे अन्तर के नाप के वस्त्र यदि बनाते हैं तो इसी से ट्रेस करके नाप के अनुसार कम या अधिक करके पैटर्न बनाया जाता है। ये स्टैण्डर्ड नाप से बनते हैं। विशेष शरीर के हिसाब के नहीं बनाए जाते. हैं। इसीलिए इन वस्त्रों का प्रयोग असामान्य व्यक्ति नहीं कर पाता है, क्योंकि उस शरीर पर वस्त्र अच्छे नहीं दिखाई देते हैं। इस प्रकार उपर्युक्त बताए गए पैट्रों से बाज़ार में, फैक्टरियों में तथा घरों में काम चलाया जाता है। बाज़ार व कारखानों के काम क्योंकि समूह में बनते हैं, अतः उसमें तो फिटिंग की कोई समस्या नहीं आती है, किन्तु जो घर में लाए जाते हैं, उससे कार्य करने वालों को असुविधा होती है। मान लीजिए पैटर्न आपके पास 34″ छाती का है और आपकी लम्बाई भी उससे अधिक है, कन्धे भी कुछ अधिक हैं तथा छाती 33″ है उस स्थिति में पैटर्न को ठीक करने के लिए कौन सा उपाय, किस प्रकार करेंगे, यह अब उस पर दृष्टिपात करने की आवश्यकता है।

1. ड्राफ्टिग
2. ड्रेपिंग
3. फ्लैट पेपर पैट्रन बनाना

1. डाफ्टिगः किसी व्यक्ति विशेष के नापों को ठीक प्रकार से लेना और बताई गई विधि से उसके गारमैंट का पेपर पर या कपड़े पर ड्राफ्ट बनाने को ड्राफ्टिग कहते हैं। विशेष नाप Upper Body Garments के लिए छाती कमर, हिप, तीरा आदि को नापकर उसी के हिसाब से उसमें Loosing or ease को जोड़कर ठीक प्रकार से Construction Lines के द्वारा पूरा का पूरा ड्राफ्ट बनाना ही ड्राफ्टिग कहलाता है। उसी पर ग्राहक की पसन्द का डिज़ाइन भी ठीक प्रकार से Set किया जाता है।

2. Draping: यह कार्य Dummy पर किया जाता है। मलमल फैब्रिक द्वारा ड्राइंग पिनों की सहायता से दिए गए डिज़ाइनों के अनुसार कपड़े को लटकाया जाता है। उसको सिला नहीं जाता है। जैसे-जैसे डिज़ाइन दिए गए, होते हैं उसी के अनुसार आगे व पीछे के दोनों भागों के अलग-अलग कपड़ों के द्वारा डम्मी पर पिन-अप करके जो डिज़ाइन बनाना है, वह बनाया जाता है, और जब देखने में ठीक लगता है तो उसको डम्मी से उतार कर उस पर किए निशानों के अनुसार फैब्रिक पर फैलाकर निशानों द्वारा कपड़ा जाता है। काटने से पूर्व निशान लगाकर सिलाई के लिए तथा: के लिए Ease के अलावा कपड़ा रखा जाता है। ताकि पहनने पर Tight न हो। Draping का लाभ यह होता है डिज़ाइनर बनने वाले डिज़ाइन को ठीक प्रकार से देख लेता है कपड़े का अनुमान भी लगा लिया जाता है। यद्यपि यह अधिक खर्चीला तरीका है – समय व कपड़े दोनों में अधिक आता है किन्तु शरीर के अनुसार डिजाइन में accuracy रहती है

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