Answer for ब्रेकिंग प्रणाली किसे कहते है ?

ब्रेकिंग प्रणाली यान्त्रिकी, विद्युतिक एवं तरलीय रूप से क्रियाशील अवयवों का एक समूह है, जो एक प्रचालित ट्रैक्टर को घर्षण ऊष्मा की सहायता से नियन्त्रित करती है अर्थात् किसी गतिशील वस्तु को स्थिर करने के लिए जो शक्ति अथवा विधि अपनाई जाती है, उसे ब्रेक शक्ति या बल कह सकते हैं। ट्रैक्टर भी एक गतिशील मशीन है, जिसे चालक की आवश्यकतानुसार धीमा करने या रोकने के लिए ब्रेकिंग प्रणाली की व्यवस्था की जाती है एक अच्छी ब्रेक व्यवस्था के द्वारा ही ट्रैक्टर चालक (driver) तथा सड़क पर चल रहे लोगों की जीवन रक्षा सम्भव है। इसके अतिरि को उसकी क्षमता की गति पर चलाना बहुत कुछ उसकी ब्रेक प्रणाली पर निर्भर करता है। प्रस्तुत अध्याय में प्रशिक्षु के अध्ययन हेतु ट्रैक्टर सम्बन्धी ब्रेक प्रणाली को वर्णित किया गया है।

ब्रेकिंग का सिद्धान्त Principle of Braking
एक ट्रैक्टर की ब्रेकिंग, टायरों एवं सड़क सतह के मध्य की स्थिर (static) कार्यिकी पर निर्भर करती है। ब्रेक, ट्रैक्टर के नियन्त्रक अंग हैं, जिनका कार्य ट्रैक्टर को अल्पतम समय में विविध दृष्टिकोणों से नियन्त्रित करना है। यह कार्य पहियों की गतिज ऊर्जा को ऊष्मीय ऊर्जा में परिवर्तित करके किया जाता है।

ट्रैक्टरों में ब्रेकों की आवश्यकता Need of Brakes in a Vehicle
ट्रैक्टर मूलत: विविध अवयवों व यन्त्रावलियों का वह समग्र रूप है, जिसको नियन्त्रित करने की व्यवस्था ब्रेकिंग प्रणाली के अधीन होती है, जिसमें इतनी सक्षमता तो होनी ही चाहिए कि ट्रैक्टर को अल्पतम समय में रोककर ट्रैक्टर को नियन्त्रित कर सके। इसमें सुरक्षा भी महत्त्वपूर्ण होती है। आपात स्थिति में भी ब्रेक लगाते समय चालक का ट्रैक्टर पर पूर्ण नियन्त्रण होना चाहिए और यह फिसलना नहीं चाहिए। ब्रेक मन्दकरोधकता के गुणों से परिपूर्ण हों तथा उनके निरन्तर उपयोग में भी वे विफल नहीं होने पाएँ।

ब्रेक दक्षता Brake Efficiency
ट्रैक्टर के पहियों पर ब्रेकों द्वारा लगाया जाने वाला अधिकतम मन्दक बल (F), सड़क तथा टायर की सतह के बीच घर्षण गुणांक (1) और पहिये पर ट्रैक्टर के भार के संघटक (W) पर निर्भर करता है अर्थात् F=uW यदि घर्षण गुणांक 1 हो जाता है, तो पहियों पर कुल मन्दक बल ट्रैक्टर के भार के बराबर हो जाएगा, जो स्वयं ट्रैक्टर के बराबर द्रव्यमान (mass) वाले निर्बाध पाती पिण्ड (freely falling body) पर लग रहे मन्दक बल के बराबर होता है। इस स्थिति में ट्रैक्टर पर एक मन्दक बल गरुत्वीय त्वरण के बराबर कार्य करता है जिस कारण ब्रेकों को 100% दक्ष कहा जाता है। इस तरह ब्रेकों की सैद्धान्तिक दक्षता 100% है।

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