Answer for भारत में ट्रैक्टर उद्योग कैसे किया जाता है ?

कुछ समय पूर्व देश में ट्रैक्टरों का निर्माण विदेशी तकनीक के सहयोग से किया जाता था। वर्तमान में लगभग सभी ट्रैक्टरों का निर्माण पूर्णत: स्वदेशी है। निर्माता ट्रैक्टर का निर्माण कार्य के अनुसार करने का प्रयास करते हैं। निर्माता द्वारा विशिष्टियों के साथ प्रयोग होने वाले ऑयल और कृषि यन्त्रों का विवरण भी दिया जाता है। इसके साथ-साथ विभिन्न कम्पनियाँ भारत सरकार द्वारा बनाए गए प्रदूषण नियमों (भारत-ट्रम स्तर III उत्सर्जन मापदण्ड) के अनुसार निर्माण करते हैं। सामान्यतः ट्रैक्टर का निर्माण टू-व्हील ड्राइव व फोर व्हील ड्राइव में किया जाता है। 4×4 व्हील ट्रैक्टर का निर्माण कुछ निर्माता ही कर रहे हैं। यह व्यवस्था अभी तक महँगी कारों में ही उपलब्ध थी, परन्तु देश में ट्रैक्टरों की माँग के अनुसार 4×4 ट्रैक्टर का निर्माण भी सम्भव हो पाया। इस प्रकार के ट्रैक्टर अन्य के मुकाबले महँगे होते हैं, इसलिये इनका उत्पादन अन्यं ट्रैक्टरों की अपेक्षा कम है।

मुख्य निर्माता Main Manufacturers
वर्तमान में निम्न कम्पनियाँ भारत के ट्रैक्टर उद्योग में मुख्य निर्माता के रूप में कार्य कर रही हैं
1. महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा
2. सोनालिका
3. एस्कोर्ट
4. मेसी फर्ग्युसन (टैफे)
5. सामे ग्रिव्स
6. आयशर
7. एच एम टी
8. जॉन डीयर
9. स्वराज
10. फोर्ड
11: पंजाब

ट्रैक्टर उद्योग में विकास Development in Tractor Industry
भारत में ट्रैक्टर उद्योग के मुख्य 13 निर्माताओं में से 10 विदेशी तथा 3 स्वदेशी निर्माता है। भारत में अधिकतर 25 HP, 35 HP, 45 HP के ट्रैक्टरों की लोकप्रियता है, परन्तु किसानों की माँग को देखते हुए 60 HP और उससे अधिक शक्ति के ट्रैक्टरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त ट्रैक्टर को बड़ी जुताई के लिए उपयुक्त बनाने तथा ड्राइवर को सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य प्रगति पर है। ट्रैक्टर उद्योग में विकास के मुख्य बिन्दु निम्न प्रकार हैं

ट्रैक्टर इंजन Tractor Engine
ट्रैक्टर इंजन से सम्बन्धित विकास के लिए ईंधन दक्षता में सुधार, इंजन की टबोचार्जिंग, इंजन के भार को कम करना, सिरामिक का उपयोग आदि सम्बन्धित हैं।

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