Answer for रिवेटन का प्रयोग कहा किया जाता है ?

धातु-चादर कार्यों में चादरों तथा प्लेटों को स्थायी रूप से जोड़ने के लिए रिवेटन प्रक्रिया की जाती है जिसमें रिवेटों का प्रयोग किया जाता है। इसमें हैड, बॉडी तथा टेल बनी होती है। रिवेट एल्युमीनियम, ताँबे, कार्बन स्टील, काँसे व पीतल आदि के बनाए जाते हैं।

सोल्डरन Soldering
धातु-चादर कार्यों में पतली चादरों को जोड़ने के लिए सोल्डरन क्रिया की जाती है। इसमें मूल धातु से मुलायम धातु को पिघलाकर जॉब को जोड़ा जाता है। इस प्रकार के जोड़ वाटरप्रूफ बनते हैं। इसका प्रयोग विद्युत तारों को जोड़ने में भी किया जाता है। इस विधि से जोड़े जाने वाली धातुओं की सतह को पिघलाने की आवश्यकता नहीं होती।

सोल्डरन फ्लक्स Soldering Flux
सोल्डरन करते समय ऑक्साइड की तह न जमा हो सके, इसके लिए सोल्डर के साथ फ्लक्स का प्रयोग किया जाता है। यह ऑक्सीडेशन से बचाव के साथ-साथ सोल्डर को शीघ्र पिघलने में भी सहायता करता है। सोल्डर का चयन सोल्डरन पद्धति, सोल्डर के कार्यकारी तापमान तथा जुड़ने वाली धातु पर आधारित होता है। प्रायः फ्लक्स के रूप में निम्नलिखित का प्रयोग किया जाता है

हाइड्रोक्लोरिक एसिड Hydrochloric Acid (HCI)
यह एक द्रव पदार्थ है जो हवा के साथ सम्पर्क में आने पर धुआँ बनाता है। इसे पानी के 2 या 3 भाग के साथ मिलाया जाता है। इसे जिंक के साथ मिलाने से जिंक क्लोराइड बनता है तथा फ्लक्स तैयार होता है। इसका प्रयोग जिंक के साथ फ्लक्स के रूप में किया जाता है।

जिंक क्लोराइड Zinc Chloride (Zncle)
इसका प्रयोग ताँबे, पीतल की चादर तथा टिन प्लेट पर फ्लक्स के रूप में किया जाता है। इसका प्रयोग करने के बाद जोड़ को ठीक प्रकार पानी आदि से धोना आवश्यक है।

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