Answer for विद्युत का रासायनिक प्रवाह किसे कहते है ?

“जब किसी अम्लीय एवं अकार्बनिक विलयन में से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो वह विलयन अपने अवयवों में विभक्त हो जाता है और यह क्रिया विद्युत का रासायनिक प्रवाह कहलाती है।”

वैद्युतिक-अपघटन Electrolysis
जब किसी इलेक्ट्रोलाइट पदार्थ को जल आदि विलायक पदार्थ में घोला जाता है तो वह ‘आयन्स’ (ions) में विभक्त हो जाता है। इनमें एक प्रकार के आयन्स धन (+) होते हैं और दूसरे प्रकार के आयन्स ऋण (-) होते हैं; जैसे पहली क्रिया में गन्धक का अम्ल, हाइड्रोजन (+) तथा सल्फेट (-) आयन्स में विभक्त हो गया है और दूसरी क्रिया में कॉपर सल्फेट, कॉपर (+) तथा सल्फेट (-) आयन्स में विभक्त हो गया है। जब एनोड को डी.सी. स्रोत के धन सिरे तथा कैथोड को स्रोत के ऋण सिरे से संयोजित किया जाता है तो इलेक्ट्रोलाइट में विद्युत धारा प्रवाह स्थापित हो जाता है; धन आयन कैथोड की ओर तथा ऋण आयन एनोड की ओर गति करने लगते हैं। गन्धक के अम्ल में H’ आयन्स कैथोड को अपना आवेश देकर हाइड्रोजन गैस (H,) बनाते हैं और So – आयन्स, एनोड पर पहुँचकर जल के साथ क्रिया करके पुनः गन्धक का अम्ल (H.SO.) तथा ऑक्सीजन गैस (O2) बनाते हैं।
2H,O+ 2SO.—→ 2H,SO4 + O2

आयनीकरण Ionisation
इलेक्ट्रोलाइट पदार्थ को जल आदि विलयक में घोलने पर वह धन (+) तथा ऋण (-)अवयवों में विभक्त हो जाता है जो मूलक (radicals) या आयन्स (ions) कहलाते हैं और यह प्रक्रिया आयनीकरण कहलाती है आयन्स दो प्रकार के होते हैं

धनायन Cation
इलेक्ट्रोलाइट में कैथोड की ओर जाने वाले आयन्स धनायन कहलाते हैं।

ऋणायन Anion
इलेक्ट्रोलाइट में एनोड की ओर जाने वाले आयन्स ऋणायन कहलाते हैं।

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