Answer for सर्वांगासन कैसे करे
सर्वांगासन कैसे करे
पीठ के सहारे चित्त. लेट जाओ। उसके बाद दोनों पैरों को ऊपर की तरफ सीधे तानकर आपस में मिला दो। अब कोहनियों को जमीन पर टिकाकर हथेलियों से कमर को सहारा दो (चित्र देखें) जिससे टांगें ऊपर की तरफ सीधी रहें। ___ कुछ योगाचार्यों का मत है कि यदि सर्वांग का अभ्यास किया जाये और सिर्फ दूध ही सेवन किया जाये तो खून की इतनी शुद्धि होती है कि कुछ दिनों के अभ्यास से कुष्ठ रोग तक समाप्त हो जाता है। इस आसन को करने वाले को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब इस आसन की पूर्ण अवस्था प्राप्त 3 हो जाये और पूर्ण अवस्था प्राप्त होने से पहले ही जब आसन बंद करना हो तो एक झटके से ज़मीन पर । खड़े नहीं होना चाहिए। बल्कि हाथ का सहारा देकर पहले नितम्ब और पीठ को ज़मीन पर लाना चाहिए। पैरों का शेष भाग उसी प्रकार तना रहेगा। अब हाथों को ज़मीन पर फैला दो और पैरों को धीरे-धीरे नीचे ले आओ।।।सर्वांगासन फिर सीधे खड़े होकर दो-चार मिनट वैसे ही खड़े रहो। इससे खून का दौरा सामान्य और स्वाभाविक हो जाता है। इस आसन में कंठमणि की अच्छी कसरत हो जाती है और खून का प्रवाह तेज़ गति से होने लगता है।
म्यूरासन कैसे करे
दोनों हाथों की हथेलियां ज़मीन पर टिकाकर कोहनियों के अगले भाग को नाभि के दोनों ओर लगाओ। फिर सिर । और पैरों को ऊंचे अर्थात् जननांग के आगे (चित्र के अनुसार) करके आकार में दंड की तरह स्थित हो जाओ। म्यूरासन यह सारे रोगों को नष्ट करने वाला आसन कहलाता है। म्यूर आसन के अभ्यास से गुलम, जलोदर और सारे पेट के रोग दूर हो जाते हैं। वात, पित्त, कफ के विकार भी नष्ट हो जाते हैं। यकृत आदि की वृद्धि भी समाप्त हो जाती है। गुर्यों की कार्यक्षमता तेज़ होकर खून साफ होने लगता है। पाचन शक्ति ठीक होने से शरीर के सारे विकार दूर होकर, सुन्दरता में भी वृद्धि हो जाती है। इससे बुढ़ापा बहुत जल्द नहीं आता।
क्रौचासन कैसे करे
चित्र में दिखाई गई आकृति अनुसार ज़मीन पर खड़े होकर नीचे को झुको और हथेलियों को ज़मीन पर टिका दो। पैरों व घुटनों को इस प्रकार झुकाओ कि कोहनियां या बाजू घुटनों पर ही टिक जायें। इस आसन से छाती विकसित होती है और इसमें मज़बूती आती है। यह एक आसान आसन है और प्रत्येक ___ उम्र के स्त्री-पुरुष इसे कर सकते हैं।
अर्ध कूर्मासन कैसे करे
घुटनों के बल बैठकर आगे को इतना झुको (चित्र अनुसार) कि जिससे सिर जमीन को छूने लगे, फिर दोनों हाथों को जोड़कर आगे की तरफ तान दो। यह अर्ध कूर्मासन की पूर्ण स्थिति है। इस आसन को करने से घुटने और पैरों के पंजे मज़बूत हो जाते हैं तथा कई दिमागी रोगों का नाश होता है। दिल को ताकत देने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
नौका आसन कैसे करे
घुटनों के बल बैठकर आगे को इतना झुको (चित्र अनुसार) कि जिससे सिर जमीन को छूने लगे, फिर दोनों हाथों को जोड़कर आगे की तरफ तान दो। यह अर्ध कूर्मासन की पूर्ण स्थिति है। इस आसन को करने से घुटने और पैरों के पंजे मज़बूत हो जाते हैं तथा कई दिमागी रोगों का नाश होता है। दिल को ताकत देने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।