Answer for सीडी के कितने प्रकार होते है

यदि सीडी की बात करें तो कम्प्यूटर में तीन तरह की सीडी का प्रयोग होता रहा है। इन्हें CD-ROM, CD-R और CD-RW के नाम से जाना जाता है।

⇨ CD-ROM में डेटा या वीडियो पहले से स्टोर रहता है और इसे केवल रीड किया जा सकता है। लेकिन CD-ROM में सामान्य डेटा, ऑडियो और वीडियो सभी को स्टोर किया जा सकता है। इल डिस्क में आप कुछ भी नहीं लिख सकते हैं केवल इसे रीड कर सकते हैं।

⇨ CD – R में आप केवल एक बार डेटा लिख सकते हैं। लेकिन इसे बार-बार रीड किया जा सकता है। इस तरह की सीडी में डेटा किसी भी तरह का लिख सकते हैं। ये कम्प्यूटर की सामान्य डेटा फाइलें भी हो सकती हैं और ऑडियो तथा वीडियो फाइलें भी। एक बार इनमें डेटा स्टोर करने के बाद दोबारा डेटा न लिखा जा सकता है और न ही डिस्क से उसे पूरी तरह से हटाया जा सकता है।

⇨ यदि CD-RW की बात करें तो इसे आप फ्लॉपी डिस्क की तरह से प्रयोग कर सकते हैं और इसमें बार-बार डेटा लिख सकते हैं और उसे डिलीट भी कर सकते हैं।

⇨ यहां पर RW शब्द का अर्थ ही रिराइटेबल होता है। डेटा किसी भी तरह हो वह इस डिस्क में स्टोर किया जा सकता है। उपरोक्त वर्णित सीडी डिस्क और ड्राइवों में डेटा को स्टोर करने के लिये और उसे रीड करने के लिये ऑप्टिकल तकनीक का प्रयोग होता है आइये ऑप्टिकल तकनीक को गहराई से समझें कि यह जानें कि यह तकनीक किस तरह से काम करती है
जिस सीडी को हम डेटा स्टोर करने के लिये प्रयोग करते हैं वह पॉलीकार्बोनेट वेपर से बनी होती है। इसकी परिधि 120mm और मोटाई 1.2mm होती है। इसके बीचों बीच 15mm का एक छेद होता है। इसमें डेटा स्टोर करने के लिये स्पाइल ट्रैक बनाये जाते हैं। इसलिये जब भी आप सीडी को ड्राइव में डालते हैं को वह तेजी से घूमती है। ट्रैक में पिट्च और स्पाइलर सेप्रेशन होते हैं। इनके बीच की दूरी 1.6 माइक्रॉन्स होती है।
यदि आप सीडी को माइक्रोस्कोप के नीचे रखकर इसे देखेंगे तो यह पिट्च और स्पाइरल आपको स्पष्ट रूप से दिखाई दगे। सीडी के पिट कुछ उभरे हुए होते हैं और इनके आस-पास का एरिया समतल होता है। पिट्स के बीच का फ्लैट एरिया लैंड कहलाता है। सीडी को रीड करने के लिये लेजर किरण का प्रयोग किया जाता है। सीडी के ऊपर डेटा लिखा जा सके इसके लिये एलुमिनियम नामक धातु का लेप चढ़ाया जाता है। यह लेप लेजर किरण को परावर्तित कर सकता है और इसी परावर्तन से सीडी को रीड किया जाता है। जब एक सीडी का निर्माण किया जाता है तो यह निर्माण की निम्न प्रक्रियाओं से गुजरती है

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