Answer for स्नेहन प्रणाली किसे कहते है ?

किसी भी प्रकार की दो वस्तुओं के आपस में रगड़ खाने से उनके बीच गर्मी उत्पन्न हो जाती है। ट्रैक्टर के इंजन तथा अन्य भागों में भी बहुत-से भाग ऐसे होते हैं, जो आपस में रगड़ खाकर चलते हैं। रगड़ खाकर चलने से उनका तापक्रम बढ़ जाता है, जिससे उनके आयतन में वृद्धि होती है, इसलिए उनके संचालन में बाधा आती है। उनसे आवाज आने लगती है तथा वे शीघ्र घिसने लगते हैं। इन भागों को उपरोक्त दोषों से बचाने के लिए उनके बीच चिकनाई की एक पतली तह (film) बनाई जाती है। यह कार्य स्नेहन (lubrication) कहलाता है। तेल के कारण वे भाग सीधी रगड़ से बच जाते हैं, इसलिए उनका तापक्रम अधिक नही बढ़ता है और न ही वे शीघ्र घिसते हैं, इसके विपरीत उनके चालन में सुगमता आ जाती है। प्रस्तुत अध्याय में ट्रैक्टर से सम्बन्धित प्रयुक्त की जाने वाली स्नेहन प्रणाली का वर्णन किया गया है।

स्नेहन प्रणाली की आवश्यकता Need of Lubrication System
ट्रैक्टर द्वारा जब कार्य निरन्तर किया जाता है, तो उसके रगड़ खाकर चलने वाले भागों में अधिक घर्षण प्रतिरोध उत्पन्न होने लगता है, इससे ट्रैक्टर को दी गई ऊर्जा का पर्याप्त भाग इस घर्षण प्रतिरोध का विरोध करने में व्यर्थ चला जाता है। अत: घर्षण प्रतिरोध कम करने या व्यर्थ जाने वाली ऊर्जा की बचत करने हेतु स्नेहन प्रणाली की आवश्यकता होती है। घर्षण द्वारा ट्रैक्टर के भाग शीघ्र ही घिसकर या टूटकर कार्य करने के योग्य भी नहीं रहते। अत: उन्हें शीघ्र ही बदलने में धन का अपव्यय होता है, जिसकी स्नेहन प्रणाली को अपनाकर बचत की जा सकती है।

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