Answer for ADS-एक्टिव डायरेक्टरी से आप क्या समझते है

– यह एक तरह की एक्टिव डायरेक्टरी सर्विस होती है जिसका विकास माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज़ डोमेन नेटवर्क के लिये किया है। इसका सबसे ज्यादा प्रयोग विंडोज़ सर्वर के लिये किया जाता है। इसके अंतर्गत प्रोसेसेज़ और सर्विसेज के सेट होते हैं।

एक एक्टिव डायरेक्टरी डोमेन कंट्रोलर, विंडोज़ डोमेन टाइप नेटवर्क के अंतर्गत आने वाले सभी कम्प्यूटरों और यूजर्स को ऑथेन्टीकेट करता है और ऑथराइज़ भी करता है।

एक एक्टिव डायरेक्टरी स्ट्रक्चर में सभी ऑब्जेक्टों के बारे में सूचना निहित होती है और उनका सम्पूर्ण अरेंजमेंट भी होता है। इसमें सिक्योरिटी से सम्बन्धित सभी सिद्धान्त एक यूनीक सिक्योरिटी आइडन्टीफायर से निर्धारित होते हैं।

→ इसमें प्रत्येक ऑब्जेक्ट एक सिंगल एलीमेंट का प्रतिनिधित्व करता है जैसेकि एक यूजर, एक कम्प्यूटर या फिर एक प्रिंटर। ऑब्जेक्ट के अंतर्गत एट्रीब्यूट्स भी आ जाते हैं।

एक्टिव डायरेक्टरी में प्रत्येक ऑब्जेक्ट का एक नाम होता है और इसमें एट्रीब्यूट्स का सेट भी होता है। इसके अलावा ऑब्जेक्ट के गुण और वे सूचनायें होती हैं जिन्हें ऑब्जेक्ट रिप्रजेन्ट करता है। ये सभी तत्व एक स्कीम में निर्धारित होते हैं। यहां पर यह स्कीम भी एक ऑब्जेक्ट के रूप में ही काम करती है।

→ भैतिक रूप से एक्टिव डायरेक्टरी इंफॉरमेशन, एक या एक से अधिक पीर डोमेन कंट्रोलर में निहित होती है, ये नेटवर्क के PDC/BDC मॉडल को रिप्लेस करती है।

जिन साइटों का प्रयोग नेटवर्क ट्रैफक को कंट्रोल करने में किया जाता है इनका निर्माण रिप्लीकेशन विधि से होता है और इन्हें उन क्लाइंटों को रिफर किया जाता है जो DC या डोमेन कंट्रोलर के पास होती हैं।

→ ऑब्जेक्टों का एक उप-समूह जोकि डोमेन पार्टीशन के अंतर्गत होता है वह डोमेन कंट्रोलर को रिप्लीकेट करता है जोकि बाद में ग्लोबल कैटालॉग के रूप में कॉन्फीगर किये जाते हैं। सर्वर सभी ऑब्जेक्टों की ग्लोबल लिस्टिंग को प्रोवाइड कराते हैं। माइक्रोसॉफ्ट एक्टिव डायरेक्टरी में 6 टूल होते हैं।

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