Answer for Marketing and Merchandising क्या होता है

फैशन इन्डस्ट्री में कैरियर का मतलब प्रायः डिज़ाइनरों से ही लगाया जाता है। किन्तु अगर वास्तव में देखा जाए तो इस क्षेत्र में फैशन डिज़ाइनर के अलावा और बहुत से काम हैं। यद्यपि कैरियर बनाने के हिसाब से यह एक ग्लैमरस प्रोफेशन माना जाता है किन्तु ऐसा नहीं है। जब इसमें फैशन के रूप में फैशन डिज़ाइनिंग की बात करते हैं तो इसमें क्रिएटिविटी के कई काम हैं जैसे-डिज़ाइन बनाना, ड्राइंग द्वारा ड्रैस का स्केचिंग करना, पैटर्न मेकिंग, कटिंग, सिलाई, कढ़ाई आदि करना, एपरैल कन्स्ट्रक्शन, फैब्रिक कंस्ट्रक्शन, फैब्रिक डिज़ाइन, डाइंग व प्रिटिंग तथा कम्प्यूटर डिज़ाइन व कैड (CAD) जैसे कार्य सभी शामिल होते हैं। हर काम का एक अलग विभाग होता है और एक विभागीय Head के नीचे काम करने वाले अन्य कारीगर भी बहुत से होते हैं। भारत की फैशन इन्डस्ट्री हर साल 25% की दर से बढ़ रही है। इसके बढ़ने से सीखने वाले लोगों को काम की कमी नहीं होगी। नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। अपना काम जो करना चाहेंगे वे अपना भी शुरू करेंगे। एक अध्ययन के मुताबिक भारतीय फैशन इंडस्ट्री इस समय में 1000 करोड़ की है लेकिन आने वाले 5-10 वर्षों में बढ़कर कहीं अधिक तक पहुँच जाने का अनुमान है। इस इंडस्ट्री के कार्यक्षेत्र की बात करें तो यह बहुत फैला हुआ है। इसके अलग-अलग विभागों में बहुत से कर्मचारी कार्यरत हो सकते हैं। फैशन इंडस्ट्री के मुख्यतः निम्न विभाग हैं जिनकी जानकारी छात्रों को होनी जरूरी है।

(i) मार्केटिंग एवं मर्केन्डाइजिंग: इस विभाग के कर्मचारियों को Fashion Trend, Sales Data sita Organisation et मार्केटिंग के तरीकों की अच्छी जानकारी होती है। इस सबके आधार पर ही मार्केटिंग डिपार्टमेंट कम्पनी की दिशा तय करता है। यही विभाग वस्तु की कीमत, उत्पाद की जरूरत आदि निर्धारित करता है।

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