Answer for P-N जंक्श न डायोड P-N Junction Diode क्या होता है ?

जब जर्मेनियम या सिलिकॉन क्रिस्टल में एक ओर दाता (donor) अशुद्धि तथा दूसरी ओर स्वीकारक (acceptor) अशुद्धि मिलाई जाती है, तब इस युक्ति डिवाइस को पी. एन.सन्धि (P-Njunction) कहते हैं। इस प्रकार की सन्धि के निर्माण के लिए जर्मेनियम या सिलिकॉन में पहले एक प्रकार की अशुद्धि मिलाई जाती है तथा एक प्रकार की अशुद्धि मिलाए जाने की क्रिया के मध्य ही दूसरी प्रकार की अशुद्धि मिलाई जाती है, जिससे अर्द्ध-चालक पदार्थ क्रिस्टल का एक भाग एक प्रकार की अशुद्धि से तथा शेष भाग दूसरी प्रकार की अशुद्धि से युक्त हो जाता है। चित्र को देखने से स्पष्ट होता है कि क्रिस्टल का एक भाग P-टाइप तथा दूसरा भाग N-टाइप सेमी कण्डक्टर बन जाता है।
इस प्रकार सन्धि के P-भाग में विवर के कारण तथा N-भाग में इलेक्ट्रॉन्स के कारण धारा प्रवाह होता है। जब P-N जंक्शन डायोड के P-भाग से बैटरी का धनात्मक सिरा तथा N-भाग से बैटरी का ऋणात्मक सिरा संयोजित किया जाता है, तो डायोड फॉरवर्ड बायस में काम करता है, जिससे डायोड में से धारा प्रवाह तेजी से होने लगता है। इसके विपरीत संयोजन में डायोड रिवर्स बायस में कार्य करता है तथा जंक्शन से होकर धारा प्रवाह नगण्य होता है, जिससे डायोड ओपन स्विच के समान कार्य करता है जबकि फॉरवर्ड बायस में वह बन्द स्विच की तरह कार्यरत् होता है। P-N जंक्शन डायोड का प्रयोग प्रत्यावर्ती धारा (ए.सी.) से दिष्ट धारा (डी.सी.) बनाने हेतु किया जाता है जिसका उपयोग बैटरी को चार्ज करने के लिए करते हैं। इसके अतिरिक्त विद्युत धारा के प्रवाह को एक निश्चित दिशा में ही प्रवाहित होने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।

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