Answer for Preparation of material before cutting and sewing क्या होता है

जो भी कपड़ा तैयार करने के लिए आए उसके दोष निकालना, उल्टा सीधा चैक करना, रेशों की जानकारी करना तथा उसको सिकुड़ना आदि काम कटाई से पहले करने जरूरी हैं। अगर कपड़े में सिलवटें हैं तो उनका ठीक प्रकार से प्रैस करना भी जरूरी है अन्यथा कपड़ा तैयार होने पर सही नाप का नहीं बन सकेगा। इसके उपरान्त निर्देशित सिद्धांतों का पालन करें जिनका वर्णन ऊपर किया जा चुका है। इसके उपरान्त कटिंग करने के बाद सिलाई प्रक्रिया शुरु करनी होती है उसके लिए भी निम्न बातों की जानकारी होनी जरूरी है।

1. कटिंग करने के बाद पूरा कटे हुए भाग फोल्ड करके रखें। जब सिलने के लिए खोलेंगे तो सबसे पहले बैलेंस चिन्हों पर कुटका दें।

2. Inlays and Turnings पर, डार्ट्स प्लीट्स पर ट्रेसिंग व्हील से निशान उतारें। अगर ट्रेसिंग व्हील के निशान न उतर सकें तो धैड मार्का का प्रयोग करें।

3. डिजाइन को ठीक प्रकार से Set करें।

4. सबसे पहले डिजाइन तथा गला तैयार करें। फिर कन्धे जोड़कर बाजू जोड़ें।

5. मशीन की बखिया की सबसे पहले जांच करें। 6. बेप्रमाणबद्ध शरीरों वाले वस्त्र की दो बार ट्राई लेकर फाइनल करें।

7. Balance marks को तथा Pitch points को मिलाकर सिलाई करें। अन्यथा वस्त्र घूम जाएगा।

8. सिलाई करते समय प्रेस का प्रयोग सिलाइयों पर, डार्ट्स प्लीट्स तथा डिजाइन पर, जेबों पर साथ-साथ करें ताकि काम में फिनिश आए।

9. धागे या फालतू कपड़ा आदि साथ-साथ काटें प्रैस करके फिनिश करें।

10. लेबल, साइज़ आदि का टैग लगाएं, सुन्दर सी पैकिंग करें। उपर्युक्त लिखी बातों का एक टेलर तभी प्रयोग कर सकता है जब Training period में रहते हुए इन सब बातों को सीखता रहे, इससे तभी उसकी आदत में यह सब आ जाएगा और जब वह दुकान या बुटीक जहाँ भी काम करे या अन्यों से कराएगा तो तभी उसके कामों में सफाई आ सकेगी। कहने का तात्पर्य यही है कि कटिंग व सिलाई दोनों दोनों से पूर्व सभी बातों का ज्ञान होना जरूरी है। तभी सभी फैब्रिक को Handle करने में आसानी रहेगी।

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