Answer for Resistor क्या होता है ?

प्रत्येक पदार्थ स्वभावतः विद्युत धारा प्रवाह का विरोध करता है (क्योंकि प्रत्येक क्रिया की प्रतिक्रिया होती है)। जब किसी पदार्थ के टुकड़े अथवा उससे बने, तार के एक अंश को एक निश्चित प्रतिरोध मान प्रस्तुत करने वाले पुर्जे (componet) का रूप दे दिया जाता है, तो वह प्रतिरोधक कहलाता है। प्रतिरोधक, इलेक्ट्रॉनिक परिपथों का एक आवश्यक घटक है। अनेक प्रकार के वैद्युतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक परिपथों में भी प्रतिरोधक की आवश्यकता होती है; जैसे हॉर्न परिपथ, लाइट परिपथ, वातानुकूलक (airconditioner) परिपथ एवं नियन्त्रण परिपथ आदि। यह पुर्जा किसी परिपथ में आवश्यक मान का प्रतिरोधक प्रस्तुत कर विद्युत धारा प्रवाह के मान को नियन्त्रित करता है और फलत: वोल्टेज ड्रॉप पैदा करता है।

ऊष्मीय प्रभाव Heating Effect
प्रत्येक चालक स्वयं में से होने वाले विद्युत धारा प्रवाह का कम या अधिक विरोध करता है जिसके फलस्वरूप वह गर्म हो जाता है। यह विद्युत धारा का ऊष्मीय प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव का उपयोग इलेक्ट्रिक प्रेस, इलेक्ट्रिक आयरन, हीटर, बल्ब आदि में किया जाता है। बल्ब तो ऊष्मा के साथ-साथ प्रकाश भी उत्पन्न करता है।

चुम्बकीय प्रभाव Magnetic Effect
विद्युत धारावाही चालक के चारों ओर चुम्बकीय क्षेत्र पैदा हो जाता है। यह विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव का उपयोग विद्युत घण्टी, विद्युत चुम्बक, पंखा, मोटर, जनित्र आदि में किया जाता है।

रासायनिक प्रभाव Chemical Effect
अम्लीय विलयनों में से विद्युत धारा प्रवाहित करने पर विलयन में घुले पदार्थ अपने अवयवों में विभाजित हो जाते हैं, यह विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव का उपयोग सैल, विद्युतलेपन, धातु निष्कर्षण आदि कार्यों में किया जाता है।

किरण प्रभाव Ray Effect
जब अधिक वोल्टता एवं अधिक आवृत्ति वाली विद्युत धारा वायु शून्य नली में से प्रवाहित की जाती है, तो एक विशेष प्रकार की किरणें (X-rays) पैदा होती हैं। यह विद्युत धारा का किरण प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव का उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में हड्डियों का छाया-चित्र प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

गैस आयनीकरण प्रभाव Gas Ionisation Effect
किसी विसर्जन-नलिका में भरी मरकरी वेपर गैस, सोडियम वेपर गैस आदि में से विद्युत धारा प्रवाहित करने पर गैस का आयनीकरण हो जाता है। यह विद्युत धारा का आयनीकरण प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव का उपयोग उच्च प्रकाश तीव्रता वाले बल्बों में किया जाता है।

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