Answer for VOLTAIC CELL क्या होता है

सर्वप्रथम वोल्टा नामक वैज्ञानिक ने सन् 1800 के लगभग विद्युत उत्पादन की जिस रासायनिक विधि की खोज की, उसे वोल्टेइक सैल का नाम दिया गया। इसमें काँच के बर्तन में तनु सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) भरा होता है, यह इलैक्ट्रोलाइट कहलाता है। इसमें एक जस्त (Zn) और दूसरी कॉपर (Cu) की प्लेट लगाई जाती है, ये प्लेटें इलैक्ट्रोड कहलाती हैं। Cu प्लेट एनोड (- प्लेट) का तथा Zn प्लेट कैथोड (- प्लेट) का कार्य कस्ती है।

ये कैसे काम करता है
H2SO4 के विलयन में H तथा SO4 – आयन विद्यमान होते हैं।

(H2SO4) → 2H+ + SO4– एनोड और कैथोड के बीच चालक तारों द्वारा लोड (कोई रेसिस्टर, बल्ब आदि) लगाने पर सैल में रासायनिक क्रियाएँ प्रारम्भ हो जाती हैं और वि०वा०ब० पैदा होने लगता है।

कैथोड पर : Zn → Zn++ + 2e Zn++ + SO4– → ZnSO4

एनोड पर : 2H+ + 2e→ H2 इस प्रकार इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह सैल के अन्दर ताँबे की छड़ से जस्त की छड़ की ओर तथा सैल के बाहर जस्त की छड़ से ताँबे की छड़ की ओर को होने लगता है। विद्युत करंट का प्रवाह सैल के बाहर एनोड से कैथोड की ओर अर्थात् ताँबे की छड़ से जस्त की छड़ की ओर को ही माना जाता है। इस सैल का वि॰वाब. 1.08 वोल्ट होता है।

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