Answer for Wheel Assembly क्या होता है ?

पहिये का समग्र संयोजन हब, डिस्क, रिम, टायर और ट्यूब से होता है। यह पहिया टायर-ट्यूब के सहयोग से न केवल वाहन के समग्र भार को सहारता है, बल्कि सड़क-मार्गों के झटकों एवं कम्पनों से भार, ट्रैक्टर को सुरक्षा प्रदान कर उन्हें सुखदायक परिवेश भी प्रदान करता है। उपरिवर्णित कार्यों को पूर्ण करने के लिए पहिये मजबूत, कार्यक्षम, पकड़दार, सन्तुलित एवं हल्के होने चाहिए।

ट्रैक्टरों में प्रयुक्त टायर विवरण Tyre Description Used in Tractor
पहियों के रिम पर रबर के टायर तथा ट्यूब चढ़ाये जाते हैं। इनका प्रयोग लगभग 60 वर्ष से भी पूर्व से होने लगा था। टायर के अन्दर पतले रबर के थैलीनुमा ट्यूब फिट किये जाते हैं, जिनमें हवा भरी जाती है, इसलिए ये न्यूमैटिक टायर कहलाते हैं। इस प्रकार के पहियों में अप्रत्यक्ष रूप से हवा ट्रैक्टर का भार उठाती है। इसके अतिरिक्त टायरों के प्रयोग से सड़क के हल्के झटके उसी के द्वारा सहन हो जाते हैं। टायरों के कारण ही ब्रेकों का अच्छी प्रकार कार्य करना भी निर्भर करता है। ये टायर ही सड़क से रगड़ कर ट्रैक्टर को चलाने में सहायता करते हैं।

बनावट Construction
टायर बनाने के लिए पहले रबर, सूत की डोरियों एवं तार का प्रयोग किया जाता था। अब सूत की डोरियों की जगह मजबूत टायरों में नायलॉन तथा रेयॉन की डोरियों का प्रयोग किया जाने लगा है। तार के गोल रिंग के साथ, जिसे बीड कहते हैं, रबर तथा डोरियों की कई परत (plies) एक के ऊपर एक चिपकी रहती हैं। इन प्लाइयों की संख्या पर ही टायर की मजबूती निर्भर करती है। अधिक प्लाई वाले टायर अधिक मजबूत होते हैं। रबर व डोरियों की तह के बाद टायर की दीवार तथा टायर के बाहरी घेरे पर अच्छी रबर की मोटी तह लगाई जाती है। टायर की बाहरी गोलाई जिसे ट्रेड (tread) कहा जाता है, उस पर टायर कम्पनियाँ उसकी उपयोगिता के अनुसार अलग-अलग प्रकार के डिजाइन बनाती हैं। इन ट्रेड डिजाइनों के अनुसार ही इन टायरों के नाम पुकारे जाते हैं; जैसे- ‘प्लस बार’, ‘ट्रेड मास्टर’ तथा ‘पावर ग्रिप’ आदि। यह ट्रेड ट्रैक्टर की चाल तथा उसके चलने के स्थान के अनुसार चुनाव करके ही टायरों का प्रयोग करना चाहिए, जिससे ट्रैक्टर की चाल का पूर्ण क्षमता पर उपयोग किया जा सके। इन ट्रेडों के घिस जाने से पहिये स्लिप होने लगते हैं तथा उनकी रोड ग्रिपिंग शक्ति कम हो जाती है। अत: घिसे हुए टायरों को बदलना चाहिए या उन्हें अच्छी प्रकार रीट्रेडिंग करके प्रयोग करना चाहिए।

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