मदरबोर्ड का चयन कैसे किया जाता है

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itipapers Staff asked 2 years ago

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itipapers Staff answered 1 year ago

यदि आप किसी कम्प्यूटर के लिये मदरबोर्ड का चयन करना चाहते हैं तो इसके लिये कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा। यदि आप इनका ध्यान रखेंगे तो एक बेहतर मदरबोर्ड स्लेक्ट कर पायेंगे ‘ और एक अच्छे सिस्टम का निर्माण कर पायेंगे

– सबसे पहले यह देखें कि मदरबोर्ड में एक अत्यन्त शक्तिशाली चिपसेट लगा है और यह चिपसेट DDR, DIMMs या RDRAM, RIMMS को सपोर्ट करता है।

– मदरबोर्ड ECC मेमोरी युक्त हो जिससे कि मदरबोर्ड मेमोरी द्वारा होने वाली त्रुटियों को कम कर सके।

– इस बात का भी ध्यान रखें कि मदरबोर्ड AGP 4x और PCI वीडियो सपोर्ट से लैस हो और इसमें उच्च क्षमता एक्सटर्नल वीडियो कार्डों को प्रयोग किया जा सकता हो।

– मदरबोर्ड में ज्यादा से ज्यादा USB 3.0 पोर्ट हों और इसके साथ ही IEEE 1394 तथा सीरियल और पैरलल पोर्ट भी हों। कुछ कम्पनियां आजकल पैरलल पोर्ट नहीं देतीं हैं लेकिन कुछ उपकरण पैरलल पोर्ट से ही जुड़कर काम करते हैं।

– मदरबोर्ड उच्च से उच्च क्षमता के प्रोसेसर को प्रयोग करने में सक्षम हो और इसमें अधिक से अधिकं कैश मेमोरी हो। मदरबोर्ड की बस स्पीड अधिक से अधिक होनी चाहिये। आजकल FSB स्पीड 1600 MHz तक होती है।

– मदरबोर्ड में ऐसी क्षमता होनी चाहिये कि वह अधिक से अधिक मात्रा में रैम को सपोर्ट करता हो। आजकल सामान्य रूप से 16 GB रैम को प्रयोग किया जाता है। लेकिन यह मात्रा 64 GB तक हो सकती है।

→ मदरबोर्ड में अधिक से अधिक साटा पोर्ट और ई-साटा पोर्ट होनी चाहिये। जिससे कि आप इसमें ज्यादा से ज्यादा हार्ड डिस्क ड्राइवों और डीवीडी ड्राइवों को जोड़ सकें।

– मदरबोर्ड में लगी बॉयोस इंडस्ट्री स्टैंडर्ड की होनी चाहिये जैसे कि AMI, Phoenix या Award। बॉयोस को फ्लैश रैम या EEPROM होना चाहिये जिससे कि उसकी अपडेटिंग आसानी से हो सके।

– मदरबोर्ड Form factor पर आधारित होना चाहिये जिससे उसे आसानी से कैबिनेट में लगाया जा सके। यह फार्म फैक्टर micro-ATX या flex-ATX हो सकता है।

– मदरबोर्ड में पावर मैनेजमेंट सिस्टम का होना अनिवार्य हैं, इसकी वजह से कम्प्यूटर कम से कम बिजली की खपत करता है। इस तकनीक को ACPI या इनर्जी स्टार के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी तकनीक वाले मदरबोर्ड 30 वाट से भी कम बिजली की खपत करते हैं और इनसे जुड़ा यूपीएस सिस्टम ज्यादा लंबा बैकअप देता है।

मदरबोर्ड में जो पार्ट प्रयोग कर रहे हैं उनकी गति भी मदरबोर्ड के समतुल्य या कम्पटेबल होनी चाहिये। हमेशा यही कोशिश करें कि आपको ओवर लॉकिंग न करना पड़े। यह कार्य हमेशा प्रोसेसर के संदर्भ में होता है। प्रोसेसर की गति वह नहीं होती है जिसकी जरूरत है ऐसे में कुछ लोग उसकी गति जम्पर सेटिंग से ज्यादा कर देते हैं जो अच्छी बात नहीं है।

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