लाइनेक्स और विंडोज़ क्या होते है
लाइनेक्स और विंडोज़ क्या होते है लिनक्स और विंडोज के बीच का अंतर डॉस और लिनक्स अंतर ऑपरेटिंग सिस्टम डॉस विंडोज लिनक्स लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम से आप क्या समझते हैं लिनक्स के मुख्य कितने भाग होते हैं लिनक्स के प्रकार लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेषताएं एमएस ऑफिस का क्या उपयोग है इसके विभिन्न घटक क्या है
यदि आप लाइनेक्स की तुलना विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम से करें तो लाइनेक्स को प्रयोग करने के निम्न लाभ दृष्टिगत होते हैं
⇨ लाइनेक्स इंटरनेट पर मुफ्त में उपलब्ध हैं और इसके लिये आपको कोई कीमत नहीं देनी होती है।
⇨ लाइनेक्स में हार्डवेयर इंट्रैक्शन की अद्भुत क्षमता होती है जिसकी वजह से हार्डवेयर को इंस्टॉल करना भी सरल होता है और इसमें हार्डवेयर तेजी से कार्य भी करता है।
⇨ लाइनेक्स में कम्प्यूटर नेटवर्किंग विंडोज़ की तुलना में ज्यादा आसान है और ज्यादा तेजी से काम करती है। इसे किसी भी वर्कस्टेशन से तेजी से प्रयोग किया जा सकता है और इसमें सैकड़ों या हजारों की संख्या में यूजर जुड़कर नेटवर्क को प्रयोग कर सकते हैं।
⇨ लाइनेक्स में अनेक सर्वर एप्लीकेशन होते हैं जिसकी वजह से इसके प्रयोग में लचीलापन आ जाता है और बड़े बड़े डेटाबेस आसानी से हैंडिल किये जा सकते हैं। यही कारण है कि यह विंडोज़ की तुलना में ऑरेकल के लिये ज्यादा बेहतर प्लेटफार्म माना जाता है।
⇨ लाइनेक्स में मेमोरी लीक की समस्या नहीं आती है जिसकी वजह से कम्प्यूटर को बार – बार बूट नहीं करना पड़ता है। यदि लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर को ऑन कर दिया है तो आप सालों तक इसे बिना रि-बूट किये प्रयोग कर सकते हैं। नये एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने पर रिबूट करने की जरूरत नहीं होती है।
⇨ लाइनेक्स कम्प्यूटर से जुड़ी डिस्कों को पूरी तरह से प्रयोग कर सकता है। जब तक डिस्क पूर्ण रूप से भर न जाये यह काम करता रहता है।
⇨ विंडोज़ की तुलना में लाइनेक्स ज्यादा गति से काम करने में सक्षम होती है और ज्यादा तेजी से बूट होती है। इसका इंस्टॉलेशन समय भी विंडोज़ से कम होता है।
⇨ लाइनेक्स में आप यूनिक्स के सभी एप्लीकेशन प्रयोग कर सकते हैं जबकि विंडोज़ में ऐसा नहीं कर सकते हैं। विंडोज़ के स्थान पर यदि आप लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को अपने सिस्टम में प्रयोग करने का मन बनाते हैं तो इसकी निम्न हानियां हैं
⇨ लाइनेक्स के इस समय 350 से ज्यादा संस्करण नेट पर मौजूद हैं, इसलिये यह निर्धारित करना मुश्किल होता है कि कौन सा संस्करण अपने सिस्टम पर इंस्टॉल करें।
⇨ लाइनेक्स में यह पता लगाना मुश्किल होता है कि इसके किस संस्करम में कौन सा हार्डवेयर आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है।
⇨ लाइनेक्स में यह जरूरी नहीं है कि इसका प्रत्येक संस्करण सभी तरह के हार्डवेयर को सपोर्ट करता हो।
⇨ लाइनेक्स में प्रयोग करने के लिये अभी विंडोज़ की तुलना में एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बहुत कम हैं।